दक्षिणी कश्मीर के अश्मुकम में जैनुद्दीन वाली की दरगाह पर जूल फेस्टिवल मनाया गया. यह रोशनी का त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. इस अवसर पर स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने मशालें जलाईं और दरगाह तक चढ़ाई की. यह फेस्टिवल सभी धर्मों के लोगों द्वारा मनाया जाता है और प्यार, मोहब्बत और भाईचारे का संदेश देता है.