प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब लोगों को पक्की छत का सपना दिखाया गया था, लेकिन कई हितधारकों की समस्याओं और देरी के कारण यह सपना अधूरा रह गया है. देश के कई हिस्सों में लाभार्थी वर्षों से किश्तों का इंतजार कर रहे हैं और कर्ज में फंसे हुए हैं. सरकार को तकनीकी और प्रशासनिक समस्याओं का समाधान करते हुए इस योजना को प्रभावी बनाना होगा, ताकि हर गरीब को उसका अपना आशियाना मिल सके.