जनता के पैसे से चलने वाली संसद के शीतकालीन सत्र में पांच दिन के भीतर सिर्फ पांच प्रतिशत काम हुआ है. पांच दिन में लोकसभा में केवल 69 मिनट का काम हुआ, क्योंकि सियासी मतभेदों में जनता की उपेक्षा की गई. संसदों के कामकाज की इस स्थिति ने देश को चिंतित कर दिया है. देखिए VIDEO