'आई लव मोहम्मद' पोस्टर को लेकर कानपुर से शुरू हुआ विवाद देश में फैल गया और बरेली में भी हिंसा हुई. मौलाना तौकीर रजा के व्यवहार को गैर-जिम्मेदराना बताया गया, जिसके बाद दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया. सियासी नेताओं ने भी भड़काऊ बयाजबाजी करके दंगे की आग में घी डालने का काम किया.