द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में देश के विकास और आत्मनिर्भरता पर बात की. लोकतंत्र को सर्वोपरि बताते हुए उन्होंने सुशासन के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी से बाहर निकालने का उल्लेख किया. सरकार द्वारा गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं.