जया बच्चन और अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘सिलसिला’ में कश्मीर घाटी की शूटिंग है. शुक्रवार को जब जया बच्चन ने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर के पर्यटन का जिक्र किया तो जानें पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने उन्हें क्या जवाब दिया...
‘कश्मीर की इमेज सुधारने की जरूरत’
राज्यसभा में पर्यटन मंत्रालय के कामकाज पर शुक्रवार को चर्चा हुई. इस दौरान सांसद जया बच्चन ने कहा एक समय था, जब विदेशों से पर्यटक कश्मीर को देखने आते थे. लेकिन अब उसकी इमेज ऐसी है कि वहां हमारी जान को खतरा है. हमें इस इमेज को एग्रेसिव तरीके से बदलने की जरूरत है.
‘कश्मीर में चल रही 26 फिल्मों की शूटिेंग’
पर्यटन मंत्री जब चर्चा का जवाब देने के लिए खड़े हुए तो बोले कि जया बच्चन जी ने कश्मीर की बात की. वह फिल्म जगत से जुड़ी बात करना चाहते हैं. कुछ समय पहले उनकी फिल्म जगत के लोगों से जब बात हुई थी तो उनकी चिंता थी कि किसी स्मारक पर शूटिंग करने के लिए अनुमति लेने में एक साल लगता था. मैंने उन्हें वादा किया कि 20 दिन में अनुमति मिलेगी. इसी व्यवस्था का लाभ हुआ है कि जम्मू-कश्मीर में 26 फिल्मों की शूटिंग चल रही है. सरकार का कश्मीर को लेकर यह बयान अहम है.
‘देखो अपना देश’ ने बचाया कोरोना से
पटेल ने कहा कि कोरोना ने पर्यटन क्षेत्र को बदल कर रख दिया. लेकिन उससे पहले देश में हर साल 1 करोड़ से अधिक विदेशी पर्यटक आते थे, जबकि यहां से विदेश जाने वाले पर्यटकों की संख्या 2 करोड़ से ज्यादा है. जरूरत इन पर्यटकों को देश में ही रोकने की थी और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से ‘देखो अपना देश’ का नारा दिया. यही वो नारा था जिसने कोरोना काल में भी हमें बचा कर रखा है.
‘स्मारकों में सभी को फोटो और वीडियोग्राफी की आजादी’
पर्यटन मंत्री ने कहा कि आप देश में आईकॉनिक और वर्ल्ड हेरिटेज साइट को छोड़ दीजिए तो किसी भी अन्य साइट पर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने से आपको कोई रोकेगा नहीं. जिन स्मारकों में लाइट एंड साउंड या सिर्फ लाइट प्रदर्शनी है वो स्मारक 9 बजे तक खुलेंगे और जहां जिला प्रशासन अनुमति देगा तो हम 10 बजे तक खोलने के लिए भी तैयार हैं.
‘सिंहली, चाइनीज भाषा में साइनेज बोर्ड’
पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि हमने एक नीति बनाई है कि जिन स्मारकों पर किसी देश के विदेशी पर्यटकों की संख्या 1 लाख से अधिक हो जाएगी उन जगह पर हिंदी अंग्रेजी के अलावा उनकी भाषा में साइन बोर्ड लगाए जाएंगे. सांची में हमने सिंहली में साइनेज लगाए. श्रावस्ती, सारनाथ और नालंदा में चाइनीज में लगाएं. अब कोरियाई पर्यटकों की संख्या 90 हजार हो गई है अब हमारा ध्यान उस पर है.
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