scorecardresearch
 

लैंड फॉर जॉब से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में फैसला टला, 13 सितंबर को आएगा निर्णय

राउज एवेन्यू कोर्ट में ईडी की चार्जशीट पर पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव समेत कुल 8 आरोपियों को समन जारी करने के मामले पर फैसला हफ्ते भर के लिए टल गया है. इस मामले में एक आरोपी लल्लन चौधरी की इस दौरान हुई मौत को लेकर कोर्ट ने आरोपी का डेथ सर्टिफिकेट जमा करने को कहा तो ईडी ने आरोपी लल्लन चौधरी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अदालत को सौंप दी.

Advertisement
X
लैंड फॉर जॉब से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में फैसला टला (File photo: PTI)
लैंड फॉर जॉब से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में फैसला टला (File photo: PTI)

जमीन के बदले नौकरी घोटाला (लैंड फॉर जॉब) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लालू यादव परिवार और सह अभियुक्तों के समन पर राउज एवेन्यू कोर्ट का फैसला 13 सितंबर को आएगा. राउज एवेन्यू कोर्ट में ईडी की चार्जशीट पर पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव समेत कुल 8 आरोपियों को समन जारी करने के मामले पर फैसला हफ्ते भर के लिए टल गया है.

इस मामले में एक आरोपी लल्लन चौधरी की इस दौरान हुई मौत को लेकर कोर्ट ने आरोपी का डेथ सर्टिफिकेट जमा करने को कहा तो ईडी ने आरोपी लल्लन चौधरी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अदालत को सौंप दी. इस मामले में ईडी ने कुल 11 आरोपी बनाए थे. सुनवाई के दौरान अबतक 3 आरोपियों की मौत हो चुकी है.

सीबीआई की चार्जशीट में 78 अभियुक्तों के नाम

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 7 जून 2024 को रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में अंतिम आरोपपत्र दाखिल किया था. इसमें बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव समेत 78 अभियुक्तों के नाम शामिल हैं. सीबीआई के मुताबिक यह घोटाला तब हुआ था जब राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव यूपीए-1 की सरकार में रेल मंत्री थे.

राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई के विशेष जज विशाल गोगने की अदालत में दाखिल अंतिम रिपोर्ट में उन सभी रेलवे जोन को शामिल किया गया है, जहां लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के नाम पर कथित तौर पर जमीन के कागज बनवाए जाने के बदले में रेलवे में चतुर्थ श्रेणी स्तर की नौकरी दी गई थी.

Advertisement

रेलवे अधिकारियों के साथ मिलकर रची साजिश

मामले की जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान सबूत मिले कि आरोपियों ने रेलवे अधिकारियों के साथ मिलकर साजिश रची और अपने या अपने करीबी रिश्तेदारों के नाम जमीन लेकर उस एवज में लोगों की भर्ती रेलवे के विभागों की. यह भूमि तत्कालीन सर्किल दर से कम कीमत पर और बाजार दर से भी बहुत कम कीमत पर हासिल की गई थी.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement