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गोवा में देशभक्ति और आस्था का संगम... तिरंगा यात्रा के साथ सैनिकों की सुरक्षा के लिए वैदिक अनुष्ठान

गोवा में भाजपा की तिरंगा यात्रा को आध्यात्मिक रूप देते हुए स्वास्थ्य मंत्री विष्वजीत राणे ने सैनिकों की सुरक्षा हेतु "अत्यति रुद्र अनुष्ठान" कराया. यह वैदिक अनुष्ठान सेना को आध्यात्मिक ऊर्जा समर्पित करने के उद्देश्य से किया गया. ऑपरेशन सिंदूर और फैलती अफवाहों की पृष्ठभूमि में यह पहल देशभक्ति, श्रद्धा और राष्ट्रीय एकता का संदेश देती है.

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तिरंगा यात्रा.
तिरंगा यात्रा.

देश में चल रही भाजपा की तिरंगा यात्रा केवल एक राजनीतिक अभियान नहीं, बल्कि यह भारतीय सेना के प्रति जनसमर्पण और एकजुटता की अद्वितीय मिसाल बनती जा रही है. इस राष्ट्रभक्ति की लहर को एक अलग ही ऊंचाई मिली है गोवा में, जहां राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विष्वजीत राणे ने इस यात्रा को आध्यात्मिक आयाम प्रदान करते हुए सेना की सुरक्षा और कल्याण के लिए 'अत्यति रुद्र अनुष्ठान' का आयोजन किया.

क्या है अत्यति रुद्र अनुष्ठान?

यह वैदिक अनुष्ठान, प्राचीन हिन्दू परंपराओं पर आधारित एक शक्तिशाली यज्ञ है, जो शांति, सुरक्षा और संकट निवारण के लिए किया जाता है. इसमें 11 अथवा उससे अधिक रुद्र पाठकों द्वारा मंत्रोच्चारण किया जाता है, जिनका उद्देश्य है आध्यात्मिक ऊर्जा उत्पन्न करना और देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे जवानों को मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करना.

यह भी पढ़ें: बीजेपी देशभर में निकालेगी 'तिरंगा यात्रा', बताएगी ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियां

मंत्री राणे की भावना और बयान

इस अवसर पर विष्वजीत राणे ने कहा, यह अनुष्ठान केवल धार्मिक नहीं, बल्कि एक सामूहिक संकल्प का प्रतीक है. हमें राजनीति से ऊपर उठकर देश के रक्षकों के लिए मन, वचन और कर्म से समर्थन देना चाहिए. यह आयोजन हमारी सेनाओं को समर्पित ऊर्जा और आशीर्वाद का प्रतीक है.

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ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में इस अनुष्ठान का महत्व

हाल ही में भारतीय सेना द्वारा कंट्रोल लाइन पर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया, जिसमें कई आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया गया. इस सफलता के बावजूद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान समर्थित अफवाहें फैलाए गए जैसे कि आदमपुर एयरबेस पर हमला हुआ. इन अफवाहों का खंडन स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने स्थल पर जाकर किया, जो बताता है कि यह केवल सीमा पर युद्ध नहीं, बल्कि सूचना युद्ध भी है.

तिरंगा यात्रा

इसी मनोवैज्ञानिक युद्ध से निपटने के लिए भाजपा ने तिरंगा यात्रा का शुभारंभ किया, जो अब केवल एक रैली न रहकर राष्ट्रव्यापी जनजागरण अभियान बन चुका है. गोवा में इस अभियान को आध्यात्मिक ऊर्जा से जोड़कर और भी सार्थक बना दिया गया है.

गोवा में तिरंगा यात्रा: प्रतीक से संकल्प तक

गोवा की तिरंगा यात्रा केवल झंडे और नारे तक सीमित नहीं रही. यह अभियान एक सामाजिक और सांस्कृतिक एकजुटता का प्रतीक बन गया, जहां तिरंगा केवल एक झंडा नहीं, बल्कि देश की रक्षा, श्रद्धा और सत्य का साझा संकल्प बन गया.

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