मध्य प्रदेश में रेत खनन माफिया की पोल खोलने वाले दो पत्रकार अब खुद पुलिस के निशाने पर हैं. पत्रकारों ने गिरफ्तारी की आशंका के चलते सुप्रीम कोर्ट की शरण ली है. सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए हामी तो भर दी, लेकिन साथ ही कुछ तीखे सवाल भी दाग दिए. अदालत ने पूछा कि क्या पत्रकार होना ही सीधे शीर्ष अदालत आने का आधार बन सकता है?
सुनवाई के लिए तैयार सुप्रीम कोर्ट
मध्य प्रदेश में पुलिस की ओर से रेत माफिया की पोल खोलने वाली रिपोर्टिंग करने पर दो पत्रकारों की पिटाई का आरोप चर्चा में है. अब दोनों पत्रकार राज्य पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. उनकी अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनवाई को तैयार तो हो गया है लेकिन कई तीखे सवाल भी पूछे हैं.
'आप पहले हाई कोर्ट क्यों नहीं गए?'
इस मामले में इसी हफ्ते सुनवाई होगी. हालांकि मामले की जल्द सुनवाई की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप पहले हाई कोर्ट क्यों नहीं गए? क्या हम अग्रिम जमानत के पूरे देश के मामले सुने? इसलिए क्योंकि याचिकाकर्ता पत्रकार हैं! फिर कोर्ट ने इसी हफ्ते सुनवाई का भरोसा दिया.