कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी अब लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी. पार्टी ने उन्हें राजस्थान के जरिए राज्यसभा में भेजने का फैसला लिया है. उन्होंने जयपुर में राहुल और प्रियंका गांधी की मौजूदगी में नामांकन भी कर दिया है. सोनिया के चुनाव नहीं लड़ने पर बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोला है.
राजीव की छांह, 10 जनपथ से जुड़ाव... सोनिया गांधी के राज्यसभा के जरिए संसद जाने की एक वजह ये भी है!
बीजेपी आईटी सेल चीफ अमित मालवीय ने कहा है कि कांग्रेस जिस सीट को अपना गढ़ बताती थी, उस सीट से सांसद सांसद सोनिया गांधी संसद के ऊपरी सदन में शिफ्ट हो रही हैं, जो बताता कि कांग्रेस ने अमेठी के बाद रायबरेली में अपनी हार स्वीकार कर ली है.
After Congress’s crushing defeat in Amethi, Rae Bareli was next. Sonia Gandhi’s decision to opt for Rajya Sabha, is an admission of a looming defeat. The Gandhis have now deserted every supposed stronghold of their’s. The Congress will draw a blank in UP, despite 11 seats offered…
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 14, 2024सम्बंधित ख़बरें
उन्होंने कहा, "अमेठी में कांग्रेस की करारी हार के बाद अगला नंबर रायबरेली का है. सोनिया गांधी का राज्यसभा जाने का चुनाव करने का फैसला रायबरेली की हार स्वीकारना है. गांधी परिवार ने अब अपने सभी कथित गढ़ छोड़ दिए हैं. समाजवादी पार्टी द्वारा 11 सीटों की पेशकश किए जाने के बावजूद कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में एक भी सीट नहीं मिलेगी."
रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ रही है और सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है. साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव मोदी लहर के बावजूद बीजेपी इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई. इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी भी इस सीट से सांसद रह चुके हैं. खुद सोनिया गांधी इस सीट से लगातार पांच बार सांसद रह चुकी हैं. माना जा रहा है सोनिया गांधी ने सेहत से जुड़े कारणों की वजह से लोकसभा की बजाय राज्यसभा से संसद जाने का फैसला किया है.