एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फिर से समन जारी किया है. ED ने वाड्रा को इस मामले की जांच के तहत 17 जून को अपनी कथित भूमिका पर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है. यह मामला यूके आधारित आर्म्स कंसल्टेंट संजय भंडारी से जुड़ा हुआ है, जिसकी जांच प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत चल रही है.
सूत्रों ने बताया कि वाड्रा को 10 जून को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने फ्लू जैसे लक्षण होने का हवाला देते हुए ED की पूछताछ से बचाव किया था. वाड्रा ने कोविड-19 टेस्ट भी कराया था. उनके वकील ने कहा था कि वाड्रा विदेश यात्रा से पहले या बाद में पूछताछ के लिए कभी भी उपस्थित हो सकते हैं.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तानी नागरिक आजाद मलिक पर ED ने कसा शिकंजा, PMLA कोर्ट में चार्जशीट दायर
गौरतलब है कि ED ने अप्रैल में भी रॉबर्ट वाड्रा से हरियाणा में 2008 के एक भूमि सौदे से जुड़े एक अलग मामले में तीन दिन तक पूछताछ की थी. ED वर्तमान में उनसे जुड़े तीन मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की जांच कर रही है.
2016 में लंदन भाग गए थे संजय भंडारी
संजय भंडारी, जो इस मामले के मुख्य संदिग्ध हैं, 2016 में दिल्ली में आयकर विभाग की छापेमारी के बाद लंदन भाग गए थे. इस महीने एक ब्रिटिश कोर्ट ने भारत सरकार की उस अपील को खारिज कर दिया, जिसमें भारत ने भंडारी के प्रत्यर्पण के खिलाफ ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की अनुमति मांगी थी. इस फैसले से उनके भारत लाए जाने की संभावना लगभग समाप्त हो गई है.
लंदन में संपत्ति के नवीनीकरण का मामला
ED ने 2023 में इस मामले का चार्जशीट दाखिल करते हुए आरोप लगाया था कि भंडारी ने लंदन के ब्रायनस्टन स्क्वायर में एक संपत्ति खरीदी और उसके नवीनीकरण के पैसे रॉबर्ट वाड्रा ने उपलब्ध करवाए थे. हालांकि, रॉबर्ट वाड्रा ने किसी भी तरह की लंदन संपत्ति के स्वामित्व से इनकार किया है. वाड्रा ने इस मामले को "राजनीतिक उत्पीड़न" बताया है और कहा है कि उन्हें राजनीतिक उद्देश्य से निशाना बनाया जा रहा है. इनके अलावा, ED उन्हें राजस्थान के बीकानेर से जुड़े एक और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी जांच के दायरे में रखी है.