राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को आमतौर पर आम आदमी पार्टी के होनहार नेता के तौर पर जाना जाता है. लेकिन ऐसे समय में जब पार्टी अपने सबसे बड़े दौर से गुजर रही है, राघव बिल्कुल गायब हैं. वह लंबे समय से सार्वजनिक तौर पर दिखाई नहीं दिए हैं. ऐसे में पार्टी समर्थकों को लगता है कि वह बीजेपी को मौका दे रहे हैं.
जो लोग आम आदमी पार्टी की गतिविधियों पर नजर रखते हैं, उन्हें पता होगा कि राघव चड्ढा को मीडिया की सुर्खियों में बने रहना पसंद हैं. पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद चड्ढा पार्टी के ऐसे नेताओं में शुमार हैं, जिनसे आसानी से संपर्क साधा जा सकता है. हालांकि, ऐसे समय में जब पार्टी अपने अब तक के सबसे बड़े राजनीतिक संकट से जूझ रही है, चड्ढा पूरी तस्वीर से ही गायब है.
राघव चड्ढा का दिल्ली और भारत से दूर रहने को लेकर आम आदमी पार्टी के समर्थकों में भारी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इससे अटकलबाजियों का दौर भी शुरू हो गया है और बीजेपी इस मौके का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है.
ऐसा इसलिए भी क्योंकि जब आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने शराब घोटाले में गिरफ्तार किया. राघव चड्ढा ने मीडिया से पूरी तरह से दूरी बनाए रखी.
कहां हैं राघव चड्ढा?
राघव चड्ढा फिलहाल लंदन में हैं. उनकी हाल ही में आंख की सर्जरी हुई थी. मार्च के मध्य में आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने दावा किया था कि स्पेशलिस्ट ने ब्रिटेन में चड्ढा को ये सर्जरी कराने की सलाह दी थी. चड्ढा ने आठ मार्च को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से बताया था कि वह लंदन पहुंच गए हैं. इसके एक दिन बाद उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की ओर से आयोजित लंदन इंडिया फोरम 2024 में हिस्सा लिया था. इस कार्यक्रम में उनकी पत्नी परिणीति चोपड़ा भी बतौर वक्ता शामिल हुई थी.
चड्ढा 20 मार्च को अपनी पत्नी के साथ वेस्टमिंस्टर पैलेस भी गए थे, जहां उन्होंने हाउस ऑफ कॉमन्स में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. चड्ढा ने उन्हें और परिणीति को मिले इस कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र की तस्वीर भी शेयर की थी.
इस विजिट के दौरान राघव ने भारतीय मूल की ब्रिटिश सांसद प्रीत कौर गिल से भी मुलाकात की थी. प्रीत कौर गिल को खालिस्तानी समर्थक माना जाता है. इस मुद्दे को भारत में बीजेपी नेताओं ने भी उठाया था.
दिल्ली में 21 मार्च की शाम को आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को ईडी ने शराब घोटाले में गिरफ्तार कर लिया था. केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद चड्ढा ने दो ट्वीट किए थे. पहला हिंदी और दूसरा अंग्रेजी में. इन ट्वीट में उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी की निंदा की थी. बाद में उन्होंने एक वीडियो जारी कर केजरीवाल का बचाव किया था और बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. इसके बाद से वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट से सुनीता केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस शेयर करते रहे हैं. इसके साथ ही केजरीवाल का समर्थन करते INDIA गठबंधन के नेताओं के बयानों और रामलीला मैदान में विपक्ष की रैली के वीडियो शेयर करते रहे हैं.
लेकिन ऐसा कोई शख्स जिसे मीडिया की सुर्खियों में बने रहना जरूरी है, वह अपनी पार्टी प्रमुख की गिरफ्तारी के कई दिनों बाद तक सिर्फ एक वीडियो बाइट शेयर करता है, इससे अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है.
लेकिन ये अफवाहें ऐसे ही नहीं शुरू हुईं. अमूमन सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले राघव चड्ढा वहां भी चुप्पी साधे हुए हैं. उन्होंने फरवरी और मार्च से ही मीडिया इंटरेक्शन भी बेहद कम कर दी. यहां ये समझना जरूरी होगा कि ये वही समय है, जब केजरीवाल पर ईडी का शिकंजा कसता चला जा रहा था. ईडी लगातार केजरीवाल को समन भेज रही थी और केजरीवाल ईडी के समक्ष पेश नहीं हो रहे थे. ईडी के समन को लेकर वह अलग से एक कानूनी लड़ाई भी लड़ रहे थे, ऐसे में पार्टी प्रवक्ताओं की एक पूरी फौज रणनीतियां बनाने और केजरीवाल का बचाव करने में व्यस्त थी. इस दौरान केजरीवाल पर बीजेपी लगातार हमलावर हो रही थी और पार्टी को ज्यादा से ज्यादा ऐसे लोगों की जरूरत थी, जो पार्टी के खिलाफ बीजेपी के नैरेटिव का मुंहतोड़ जवाब दे सकें.
ऐसे में इन पूरे घटनाक्रमों के दौरान चड्ढा एक्शन में नहीं थे और ना ही वो केजरीवाल का बचाव करने के लिए सार्वजनिक मंच पर नजर आए. राघव चड्ढा की आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस जनवरी के आखिरी हफ्ते में हुई थी, जिसमें उन्होंने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में धांधली को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा था. उन्होंने फरवरी में सोशल मीडिया पर सिर्फ एक पॉलिटिकल ट्वीट किया था, जिसमें चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की गई थी. चड्ढा ने फरवरी में सिर्फ पांच ट्वीट किए और केजरीवाल का सिर्फ एक ट्वीट रिट्वीट किया.
आम आदमी पार्टी चीफ केजरीवाल ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को पार्टी के नेताओं ने बढ़-चढ़कर शेयर किया था लेकिन राघव चड्ढा ने केजरीवाल की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को शेयर नहीं किया था.
इस बीच राघव चड्ढा की असामान्य चुप्पी और उनके लंदन दौरे ने बीजेपी नेताओं को आम आदमी पार्टी को निशाना बनाने का मौका दिया. बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ब्रिटिश सांसद प्रीत गिल के साथ राघव चड्ढा की तस्वीर को लेकर निशाना साधते हुए कहा था कि भारत में चुनावों का ऐलान हो गया है. लेकिन राघव चड्ढा, अरविंद केजरीवाल के होनहार नेता लंदन में हैं. क्यों? चड्ढा दरअसल प्रीत गिल के संपर्क में क्यों हैं?
मालवीय ने 23 मार्च को कहा था कि हमें मीडिया के जरिए पता चला कि वह आंख की सर्जरी के लिए ब्रिटेन में हैं. अगर ऐसा है तो दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का क्या हुआ.
ऐसे में आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े राजनीतिक संकट के बीच चड्ढा की गैरमौजूदगी पंजाब में भी प्रमुख राजनीतिक मुद्दा है. पंजाब बीजेपी प्रमुख सुनील जाखड़ ने चड्ढा की इस अनुपस्थिति पर सवाल खड़े किए थे.
उन्होंने कहा था कि इस राजनीतिक उथल-पुथल भरे माहौल में राघव चड्ढा की गैरमौजूदगी कई सवाल खड़ी करती है. इस पर केजरीवाल और भगवंत मान की चुप्पी ने इन अटकलबाजियों को बल दिया है.
इस बीच दिल्ली में जब केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ पार्टी रणनीति बना रही थी, तब चड्ढा की गैरमौजूदगी से आम आदमी पार्टी के कई नेता असहज थे.
विपक्ष की रामलीला ग्राउंड रैली से पहले आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चड्ढा को लेकर जताए जा रहे अंदेशों को खारिज किया और आंख की सर्जरी को उनकी गैरमौजूदगी का प्रमुख कारण बताया.
बता दें कि शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और केजरीवा को गिरफ्तार किया गया. यहां तक कि पार्टी की सेकंड लाइन नेताओं से भी ईडी ने पूछताछ की. हाल ही में ईडी ने आम आदमी पार्टी के सहप्रभारी दीपक सिंघला के आवास पर छापेमारी की और दिल्ली कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत से पूछताछ की गई. ईडी ने शराब घोटाले में राघव चड्ढा का जिक्र किया है लेकि उनसे अभी तक पूछताछ नहीं हुई है.
राघव समेत आम आदमी पार्टी के 4 नेता हो सकते हैं गिरफ्तार
संजय सिंह को जमानत दिए जाने से पहले दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने दावा किया था कि बीजेपी ने उनके एक करीबी के जरिए उन्हें पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया था. आतिशी ने दावा किया था कि बीजेपी की योजना दिल्ली सरकार को अस्थिर करने की है और जल्द ही आम आदमी पार्टी के चार और नेता गिरफ्तार हो सकते हैं. इन चार नेताओं में आतिशी ने राघव चड्ढा का भी नाम दिया था. इसके अलावा उन्होंने खुद के अलावा सौरभ भारद्वाज और दुर्गेश पाठक का भी नाम लिया था.
इस बीच मंगलवार को संजय सिंह को जमानत दी गई, जिस पर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने प्रतिक्रियाएं दीं. राघव चड्ढा ने भी कहा कि आज आम आदमी पार्टी के हर कार्यकर्ता के लिए भावुक दिन है. संजय सिंह हमारे शेर की रिहाई हो गई है. इस खुशी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. लेकिन सवाल अभी भी ये है कि क्या इस ट्वीट से राघव चड्ढा को लेकर जताए जा रहे अंदेशों पर विराम लगेगा.