फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) भारत की दो दिवसीय राजकीय यात्रा के तहत आज जयपुर पहुंच गए हैं. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और सीएम भजनलाल शर्मा और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उनका स्वागत किया. मैक्रों इस साल गणतंत्र दिवस (Republic Day 2024) के मुख्य अतिथि हैं. अपने व्यस्त दिन की शुरूआत मैक्रों जयपुर में आमेर किले से करेंगे. इसके बाद वह विश्व धरोहर स्थल जंतर-मंतर जाएंगे, जहां उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से होगी.
दोनों नेता इस क्षेत्र में घूमेंगे जिसका फ्रांसीसियों के लिए भी ऐतिहासिक महत्व है. जंतर-मंतर दुनिया की सबसे बड़ी वेधशाला है और इसमें दुनिया की सबसे बड़ी पत्थर की धूपघड़ी है. स्कॉलर ध्रुव रैना के अनुसार, 1734 में, पश्चिम बंगाल के चंद्रनगर (अब चंदननगर) में जेसुइट मिशन में तैनात दो फ्रांसीसी जेसुइट खगोलविदों को जयपुर के संस्थापक, शासक सवाई जय सिंह के दरबार में आमंत्रित किया गया था. जंतर मंतर सवाई जय सिंह द्वारा निर्मित 19 खगोलीय उपकरणों का एक संग्रह है.
माना जा रहा है कि मोदी और मैक्रों हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सहयोग बढ़ाने, लाल सागर में हालात, हमास-इजराइल संघर्ष और यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा कर सकते हैं.
रोड शो भी करेंगे मोदी और मैक्रों
इसके बाद पीएम मोदी और मैक्रों जंतर-मंतर से सांगानेरी गेट तक एक संयुक्त रोड शो शुरू करेंगे और हवा महल में रुकेंगे. हवा महल में एक फोटो सेशन की योजना बनाई गई है. यात्रा के दौरान पीएम मोदी और मैक्रों दोनों के एक हस्तशिल्प की दुकान और एक चाय की दुकान पर जाने की भी उम्मीद है. इसके बाद दोनों नेता ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल संग्रहालय का दौरा करेंगे.
दिन का समापन रामबाग पैलेस में होगा जहां पीएम मोदी मैक्रों के लिए एक निजी रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे. इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस परेड के लिए रात 8 बजकर 50 मिनट पर वह दिल्ली के लिए रवाना होंगे.
गणतंत्र दिवस समारोह में होंगे मुख्य अतिथि
दिल्ली में मैक्रों कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. फ्रांसीसी सेना की एक टुकड़ी इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में भाग ले रही है. फ्रांस की वायु सेना के दो राफेल लड़ाकू विमान और एक एयरबस ए330 मल्टी-रोल टैंकर परिवहन विमान भी समारोह में शामिल होंगे.
मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने वाले छठे फ्रांसीसी नेता (पांचवे राष्ट्रपति) हैं, उनसे पहले 2016 में तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद, 2008 में निकोलस सरकोजी, 1998 में जैक्स शिराक, 1980 में वालेरी गिस्कार्ड डी'एस्टैंग और 1976 में प्रधान मंत्री जैक्स शिराक भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बन चुके हैं.
कई घोषणाएं होने की उम्मीद
परेड के बाद मैक्रों फ्रांसीसी दूतावास जाएंगे और वहां के कर्मचारियों से बातचीत करेंगे. शाम को वह 'एट होम' समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन में होंगे. मैक्रों की यात्रा भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के जश्न के तौर पर हो रही है. दोनों पक्षों के बीच रक्षा और रणनीतिक क्षेत्रों में बड़ी घोषणाएं होने की संभावना है. मैक्रों के साथ एक प्रतिनिधिमंडल के भी भारत आ रहा है जिसमें कई मंत्री, सीईओ और सांस्कृतिक और वैज्ञानिक क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियां शामिल हैं.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी पिछले साल 14 जुलाई को पेरिस में आयोजित ‘बैस्टिल’ दिवस परेड में सम्मानित अतिथि थे. वहीं राष्ट्रपति मैक्रों ने पिछले साल सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था.