तुर्की और सीरिया में सोमवार सुबह जोरदार भूकंप आया. यह भूकंप इतना तेज था कि पिछले एक सदी की सबसे बड़ी त्रासदी बन गया है. अबतक मिली जानकारी के मुताबिक इस त्रासदी में 1500 लोगों की जान चली गई है. इतना ही नहीं इन दो देशों में पिछले 12 घंटों में दो बार भूकंप आया. दोनों ही बार भूकंप काफी तेज था. पहली बार सुबह 7.8 की तीव्रता का भूकंप था तो दूसरी बार 7.5 की तीव्रता का भूकंप था. इस भूकंप का केंद्र एल्बिस्तान रहा.
भूकंप रूपी इस प्रलय के बाद पीएम मोदी ने संवेदनाएं व्यक्त कीं. पीएम मोदी ने तुर्की को हर संभव मदद देने का ऐलान किया है. तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन के बयान पर रिट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, 'तुर्की में भूकंप के कारण जनहानि और संपत्ति के नुकसान की जानकारी से मन दुखी है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं. घायल जल्द स्वस्थ हों. भारत तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.'
सीरिया में भी आई त्रासदी पर जताया दुख
इसके अलावा सीरिया में हुए जानमाल के नुकसान पर भी पीएम मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया. पीएम मोदी ने कहा, 'यह जानकर गहरा दुख हुआ कि विनाशकारी भूकंप ने सीरिया को भी प्रभावित किया है. पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी सच्ची संवेदनाएं. हम सीरियाई लोगों के दुख में उनके साथ हैं और इस कठिन समय में सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'
सोमवार सुबह आया भूकंप का पहला झटका
आपको बता दें कि तुर्की में भूकंप का पहला झटका सोमवार सुबह करीब सवा चार बजे आया. भूकंप का केंद्र गजियांटेप इलाके में था, जो सीरिया बॉर्डर से सिर्फ 90 किलोमीटर दूर है. सीरिया में भी भूकंप ने भारी तबाही मचाई. सीरिया के कई शहरों में भूकंप ने तबाही मचाई.
बचाव कार्य में जुटा प्रशासन
सोमवार तड़के ही सीमा के दोनों ओर के लोग भूकंप के झटके से उठ खड़े हुए. गगनचुंबी इमारतें भूकंप के झटकों से हिलने लगीं. इस आपदा में बड़े पैमाने पर लोग जान गंवा चुके हैं. प्रशासन ने बड़े पैमाने पर प्रभावित कई शहरों में राहत एवं बचाव कार्य जारी रखा है.