प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया. पीएम मोदी के संबोधन के दौरान विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की. पूरे संबोधन के दौरान विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते रहे. पीएम के संबोधन के बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर वोटिंग हुई और इसे सदन से पारित कर दिया गया. बाद में हंंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी. विपक्ष के सदस्य तख्तियां लेकर सभापति के आसन तक पहुंच गए. पीएम मोदी के राज्यसभा से जाने के बाद सत्ता पक्ष ने भी मोदी-मोदी के नारे लगाए और हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पहले 4.30, फिर 5.15 बजे तक स्थगित करनी पड़ी. सत्ता पक्ष की ओर से नारेबाजी जारी रहने पर सभापति ने सदन की कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
बिहार के पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद रामकृपाल यादव बजट के समर्थन में बोल रहे थे. रामकृपाल यादव मोदी सरकार की योजनाओं का बखान कर रहे थे. वे निर्धारित समय से अधिक बोलने लगे तब आसन की ओर से उनको अपनी बात जल्दी समाप्त करने के लिए कहा गया. आसन की ओर से एक मिनट में अपनी बात पूरी करे के लिए जब कहा गया तब रामकृपाल रुक गए. उन्होंने कहा कि एक मिनट में, कैसे होगा. इस पर आसन पर मौजूद पीठासीन राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि आप कर लेंगे. इसके बाद रामकृपाल ने जब फिर से बोलना शुरू किया तब वे भूल गए कि वे क्या बोल रहे थे, कहां थे. उन्होंने कहा कि कहां था, गड़बड़ा जाता है न सर.
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लोकसभा की कार्यवाही दो घंटे के लिए बढ़ा दी गई है. आसन की ओर से शाम 6 बजे कार्यवाही के लिए निर्धारित समय समाप्त होने पर सदस्यों की सहमति से दो घंटे के लिए कार्यवाही को आगे बढ़ाने की घोषणा की. लोकसभा की कार्यवाही अब रात 8 बजे तक चलेगी.
हरसिमरन कौर बजट पर चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी पर भड़क गईं. हरसिमरत कौर ने किसानों की बदहाली का जिक्र किया और कांग्रेस की सरकार के समय पंजाब पर चढ़े कर्ज का भी जिक्र किया. हरसिमरत कौर ने इस दौरान आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधा और भगवंत मान को भगवंत बेईमान बता दिया.
राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सत्ता पक्ष की ओर से मोदी-मोदी के नारे लगाए गए. सत्ता पक्ष के हंगामे के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
राज्यसभा की कार्यवाही सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण फिर से स्थगित करनी पड़ी है. सत्ता पक्ष की नारेबाजी के बीच बजट पर चर्चा शुरू नहीं हो सकी है. सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही को 5 बजकर 15 मिनट तक स्थगित कर दिया और साथ ही सदन में सत्ता पक्ष, विपक्ष के नेता और अन्य फ्लोर लीडर्स से 4 बजकर 45 मिनट पर अपने चैंबर में आकर मिलने के लिए भी कहा है.

राज्यसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हो गई है. शक्ति सिंह गोहिल बोलने के लिए खड़े हुए तो सत्ता पक्ष के सदस्य फिर से मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए.
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने लगातार नारेबाजी की. विपक्ष के हंगामे और नारेबाजी के बीच पीएम मोदी ने संबोधन पूरा किया. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद जब बजट पर चर्चा शुरू हुई, सभापति ने शक्ति सिंह गोहिल को चर्चा शुरू करने के लिए कहा. शक्ति सिंह गोहिल बोलने के लिए खड़े हुए तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए. हंगामे के कारण सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही 4.30 बजे तक स्थगित कर दी.
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष की नारेबाजी के बीच राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया. पीएम के संबोधन के बाद विपक्ष के कई सदस्य सभा पति के आसन तक पहुंच गए और तख्तियां लहराईं. इसके बाद सभापति ने धन्यवाद प्रस्ताव पर वोटिंग कराई. सदन से वोटिंग के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पारित हो गया.
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग जिन्हें अर्थनीति की समझ नहीं है, इसे अनर्थनीति बना दिया गया है. पीएम मोदी ने कर्ज को लेकर राज्यों को आगाह करते हुए कहा कि अपने पड़ोसी देशों की ओर देख लो कि आज उनका क्या हाल हो गया है. अपने राजनीतिक लाभ के लिए कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए मुसीबतों का पहाड़ मत खड़ा कीजिए. देश की सेहत के लिए राज्यों को भी अनुशासन का रास्ता चुनना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि देश अब पीछे मुड़कर देखने को तैयार नहीं है. देश को 2047 तक आर्थिक महाशक्ति बनना है. देश देख रहा है एक अकेला कितनों को भारी पड़ रहा है. देश के लिए जीता हूं, देश के लिए कुछ करने को निकला हूं. वे बचने का रास्ता खोज रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि हमने खेल रत्न ध्यानचंदजी के नाम कर दिया. हमने अंडमान के छोटे-छोट द्वीपों का नामकर वीर सपूतों के नाम कर दिया. ये हमारी श्रद्धा है. उन्होंने राज्यों के साथ भेद-भाव के आरोप पर कहा कि हम लंबे समय तक एक राज्य का मुख्यमंत्री रहने के बाद यहां पहुंचे हैं, हमने वो दर्द सहा है. पीएम मोदी ने कहा कि हमने सबका ध्यान रखा है. लेकिन आज जो लोग विपक्ष में बैठे हैं, उन्होंने अधिकारों की धज्जियां उड़ाकर रख दिया है. पीएम ने कहा कि वो कौन सी पार्टी है जिसने आर्टिकल 356 का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया और 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया. इंदिरा गांधी ने 50 बार सरकारों को गिरा दिया. केरल में वामपंथी सरकार चुनी गई जिसे पंडित नेहरू पसंद नहीं करते थे, कुछ ही समय बाद गिरा दिया गया. आज आप वहां खड़े हैं. डीएमके के साथ क्या हुआ था बताता हूं. एमजीआर और करुणानिधि की सरकारों को भी कांग्रेस ने गिरा दिया. उनकी आत्मा देखती होगी कि आप कहां खड़े हो. पीएम मोदी ने शरद पवार का नाम लेकर कहा कि उनकी सरकार को भी गिरा दिया गया. एनटीआर के साथ क्या किया. कुछ लोगों ने कपड़े बदले होंगे, ज्योतिषियों के सुझाव से नाम बदला होगा. एनटीआर इलाज कराने अमेरिका गए थे और कांग्रेस ने उनकी सरकार गिरा दिया था. अखबार निकालकर देख लीजिए, राजभवन को कांग्रेस का दफ्तर बना दिया गया था. 2005 में झारखंड में एनडीए को ज्यादा सीटें मिली थीं और राज्यपाल ने यूपीए को सरकार बनाने के लिए बुला लिया था. बीजेपी और देवीलाल की पार्टी का चुनाव पूर्व गठबंधन था. बहुमत के बावजूद कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए बुला लिया गया था.
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने वेरिफाई तो नहीं किया है, ऑन रिकॉर्ड कह रही थीं कि छह सौ जितनी योजनाएं गांधी-नेहरू के नाम पर हैं. हमसे कभी छूट जाता है नेहरूजी का नाम, हम मान भी ले रहे हैं कि छूट जाता है और हम इसे ठीक भी कर लेंगे. लेकिन क्या वजह है कि परिवार के व्यक्तियों को नेहरू सर नेम रखने में शर्मिंदगी है. और हमारा हिसाब मांगने चले हो. ये देश किसी परिवार की जागीर नहीं है. ये देश करोड़ों लोगों के पुरुषार्थ से बना देश है.
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया की एकमात्र फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी हमारे यहां है. हमने गतिशक्ति यूनिवर्सिटी बनाई. हमारे कार्यकाल में साइंस और टेक्नोलॉजी को सम्मान देने में कोई कमी नहीं रखी है. कांग्रेस ने इन्हें अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने कहा कि यहां रोजगार की बात हुई. जिन्हें रोजगार और नौकरी का फर्क नहीं पता, वे हमें उपदेश देने चले हैं. आज देश जिस तरह से ग्रीन विकास की दिशा में आगे बढ़ा है, उससे रोजगार की अपार संभावनाएं पैदा हुई हैं. गांव में पांच लाख कॉमन सर्विस सेंटर खुले हैं जहां दो से पांच लोग रोजगार प्राप्त कर रहे हैं. डिजिटल इकोनॉमी में रोजगार की बड़ी तादाद में संभावनाएं उत्पन्न हुई हैं. उन्होंने स्टार्टअप्स के साथ ही आत्मनिर्भर भारत योजना के जरिए स्पेस, डिफेंस, ड्रोन और माइनिंग जैसे क्षेत्र खोलने की भी चर्चा की और कहा कि इससे रोजगार की संभावनाओं में इजाफा हुआ है. रक्षा क्षेत्र में आज 350 से ज्यादा निजी कंपनियां इस क्षेत्र में आई हैं और करीब करीब एक लाख करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट देश कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि रिटेल से टूरिज्म तक, हर क्षेत्र का विस्तार हुआ है. खादी और ग्रामोद्योग को भी इन्होंने डुबो दिया था. हमारी सरकार ने रिकॉर्डतोड़ काम किया. निर्माण कार्य के तहत रोजगार की संभावनाएं बढ़ी हैं. इंजीनियर से मजदूर तक हर किसी के लिए अवसर बढ़े हैं. यूथ विरोधी लोगों को यूथ नकार रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत को आधुनिक बनाना है तो हम साइंस और टेक्नोलॉजी को नकार नहीं सकते. हम इसे छूकर नहीं निकल सकते. हमने इसके लिए अटल के नाम पर योजनाएं शुरू कर बच्चों को मंच देने का काम किया. हमने प्राइवेट भागीदारी का सपना पूरा किया और खुशी है कि आज देश के नौजवान प्राइवेट सैटेलाइट छोड़ने की ताकत रखते हैं. स्टार्टअप्स का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने यूनिकॉर्न के मामले में देश के तीसरे नंबर पर पहुंचने का जिक्र किया और कहा कि आज पेटेंट के लिए भी हमारे देश के युवा आगे आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि आधार की ताकत क्या होती है, हमारी सरकार ने दिखा दिया. कोविन पर वैक्सीन लगने के कुछ मिनटों में सर्टिफिकेट मोबाइल पर आ जाता है. दुनिया को सबसे ज्यादा आश्चर्य तब होता है जब भारत अपनी वैक्सीन लेकर आ जाता है. हमारे देश के वैज्ञानिकों को नीचा दिखाने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए गए. आज उन्हीं वैज्ञानिकों की वैक्सीन ने डेढ़ सौ देशों को कोरोना से सुरक्षा प्रदान की है. ये विज्ञान के, टेक्नोलॉजी के विरोधी हैं. हमारे वैज्ञानिकों को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ते. ये इन्हें बदनाम करने का मौका खोज रहे हैं. इनको अपनी राजनीतिक उठा-पटक की चिंता नहीं है. डिजिटल लेनदेन में हिंदुस्तान दुनिया का लीडर बना हुआ है. सौ करोड़ से ज्यादा मोबाइल देशवासियों के हाथ में है. पहले हम मोबाइल इंपोर्ट किया करते थे, आज एक्सपोर्ट कर रहे हैं. ड्रोन का इस्तेमाल सामान्य जीवन में हो, सामान्य नागरिक की भलाई में हो, हमने नीतियों में बदलाव किया. दवाएं ड्रोन से भेजी जा रही हैं, किसान खेती में इसका उपयोग कर रहा है. हमने ड्रोन के लिए विकास करने का रास्ता खोल दिया. आज यूएन की चिंता है कि दुनिया में लोगों के पास घरों का मालिकाना हक नहीं है. आज भारत ने ड्रोन की मदद से नक्शा तैयार कर लोगों को उनके घर का मालिकाना हक देने का काम किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमने नारी सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी. हमने न्यायपालिका से लेकर हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ें, इस ओर ध्यान दिया है. 11 करोड़ शौचालय बनाकर महिलाओं को इज्जत घर बनाकर दिया है. जिनका ध्यान शौचालय पर अटक गया है, हमने गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण के लिए मातृ वंदन योजना चलाई और सीधे खाते में पैसे भेजे. गरीब से गरीब मां की भी इंस्टीट्यूशनल डिलिवरी हो, अस्पताल में शिशु का जन्म हो, इसके लिए भी धन खर्च किया. बेटियों की गर्भ में हत्या के सामाजिक कलंक के खिलाफ बेटी बचाओ अभियान शुरू किया और आज बेटियों की संख्या बढ़ रही है. हमने स्कूल में बच्चियों के लिए अलग टॉयलेट बनवाए जिससे उन्हें स्कूल न छोड़ना पड़े. सुरक्षित शिक्षा का प्रबंध करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना शुरू कर अधिक लाभ दिया. मुद्रा योजना के तहत 70 फीसदी लाभ महिलाएं ले रही हैं. बेटियों के लिए मातृत्व अवकाश बढ़ाया, सैनिक स्कूल खोल दिए जहां बेटियां पढ़ रही हैं. बेटियां अबला नहीं सबला हैं, सेना में जाना चाहती है. हमने उनके लिए सेना के दरवाजे भी खोल दिए. सियाचीन में भी बेटी मां भारती की रक्षा के लिए तैनात होती है. हमने सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिये माता-बेटी-बहन की प्रगति के लिए अधिक राशि का प्रावधान किया. उज्ज्वला से गैस दिया, नल से पानी पहुंचाने का अभियान चलाया, अंधेरे में गुजारा न करना पड़े सौभाग्य योजना से बिजली पहुंचाई. गंभीर बीमारी की पीड़ा भी कर्ज का बोझ न हो जाए, इसलिए सहने वाली माता-बहनों के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रावधान किया. बेटियों के लिए संपत्ति में अधिकार सुनिश्चित किया. हमने छोटी-मोटी बचत को बैंक में जमा करे, इसके लिए जनधन में खाते खुलवाए. बजट सत्र का शुभारंभ महिला राष्ट्रपति के संबोधन से होता है और असली शुरुआत महिला वित्त मंत्री के बजट पेश करने से होता है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.
हमारे देश के बहुत किसानों को बरसात के पानी पर गुजारा करना पड़ता है. सिंचाई की व्यवस्था सरकार ने की नहीं. मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों के लिए हमने यूएन को लिखा और इसका वर्ष मनाने के लिए कहा. श्रीअन्न के रूप में मोटे अनाज को श्रीफल की तरह सम्मान मिले, उत्पादकों को उचित मूल्य मिले. पीएम ने कहा कि ये पोषण से भरपूर है. युवा पीढ़ी को पोषण से भरपूर करे, हमने इस दिशा में काम किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि इनकी अर्थनीति भी वोटबैंक के हिसाब से चलती थी. इन्होंने स्वरोजगार से सामर्थ्य बढ़ाने की क्षमता को इन्होंने हमेशा नजरअंदाज किया. हमने ठेला-रेहड़ी-पटरी वालों की चिंता की. हमने विश्वकर्मा समाज, बंजारा समाज की चिंता करने का काम किया है. उनकी मजबूती के लिए उनकी सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए काम किया है. उन्होंने कहा कि किसानों पर क्या बीती है. ऊपर के कुछ किसानों को संभाल लेने का ही सिलसिला चला. इस देश में कृषि की असली ताकत छोटे किसानों में हैं. हमने छोटे किसानों पर फोकस किया. किसान सम्मान निधि साल में तीन बार छोटे किसानों के खाते में जमा होती है. पशुपालकों की सामर्थ्य बढ़ाने का काम किया.
पीएम मोदी ने विपक्ष को बजट लेकर किसी पढ़े-लिखे के पास बैठने की नसीहत दी और कहा कि 2014 से पहले जब उनकी सरकार थी, उसकी तुलना में हमने एसटी कॉम्पोनेंट में पांच गुना अधिक बजट का प्रावधान किया है. एकलव्य स्कूल, 38 हजार भर्तियों के प्रावधान का जिक्र करते हुए पीएम ने अपनी सरकार को आदिवासियों के विकास के प्रति समर्पित सरकार बताया और फॉरेस्ट राइट एक्ट का भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि हमने सात लाख नए पट्टे दिए हैं. हमारे आने से पहले 23 हजार सामुदायिक पट्टे दिए गए थे. हमारे आने के बाद 80 हजार से अधिक सामुदायिक पट्टे दिए गए हैं. आदिवासियों की भावनाओं के साथ खेलने की बजाय अगर कुछ किया होता तो आज मुझे इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती लेकिन ये काम उनकी प्राथमिकता में नहीं था.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वे साजिशों से बाज नहीं आ रहे. जनता सब देख रही है और बार-बार सजा भी दे रही है. उन्होंने आजादी की लड़ाई में आदिवासियों के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि फिर भी वे विकास से वंचित रहे. विश्वास का सेतु कभी बन ही नहीं पाया. नौजवानों के मन में सवाल उठते चले गए. पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने सही तरीके से काम किया होता तो 21वीं सदी के तीसरे दशक में मुझे इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में आदिवासियों के विकास के लिए अलग बजट, अलग मंत्रालय का प्रावधान किया. उन्होंने 110 जिलों का जिक्र करते हुए कहा कि इनमें आधे से अधिक ऐसे जिले हैं जहां आदिवासी अधिक हैं. उन्होंने इसे सामाजिक न्याय की दिशा में बड़ा कदम बताया और कहा कि इन पर विशेष फोकस किया गया है और नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं. आदिवासियों को लाभ हो रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि अमृतकाल में हमने ये रास्ता चुना है कि शत-प्रतिशत लाभ लाभार्थियों तक कैसे पहुंचे. सच्चा सेक्यूलरिज्म यही है. हमने अमृतकाल में ये संकल्प लिया है. ये शत-प्रतिशत वाली बात देश की समस्याओं का, उस नागरिक की समस्याओं का समाधान है. हम ऐसी कार्य संस्कृति लेकर आ रहे हैं जो भेद-भाव खत्म करने वाला रास्ता है. शत प्रतिशत जाना है तो विश्वास बढ़ता है, ये तुष्टिकरण की आशंकाओं को समाप्त कर देता है. ये विश्वास रहता है कि आज नहीं तो तीन महीने बाद मिलेगा, शत प्रतिशत मिलेगा. इससे समाज के आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा इसके अंदर समाहित होती है और हम इसे सुनिश्चित करते हैं. सबका साथ, सबका विकास का मतलब यही है. पीएम मोदी ने कहा कि यही सच्चा सामाजिक न्याय है. हम देश को विकास का ये मॉडल दे रहे हैं जिसमें सबको उचित लाभ मिले.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वला योजना के तहत 25 करोड़ से अधिक गैस कनेक्शन दिए जाने का जिक्र किया और कहा कि हम जानते थे कि दबाव बढ़ेगा, परिश्रम अधिक करना पड़ेगा, दुनियाभर से गैस लानी पड़ेगी लेकिन हमारी प्राथमिकता देश का आम नागरिक था. हमने किया. उन्होंने कहा कि आजादी के इतने साल बाद भी 18 हजार गांवों तक बिजली नहीं पहुंची थी. ये गांव पहाड़ पर रहनेे वाले, आदिवासियों के गांव थे जो इनकी राजनीति में फिट नहीं बैठते थे. हम पत्थर पर लकीर करने वाले लोग हैं. हम जानते थे कि कठिन काम इन्होंने छोड़ दिए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हमने मेहनत कर इन गांवों में तय समय के भीतर बिजली पहुंचाई. इसका आशीर्वाद आज हमें मिल रहा है. पीएम ने कहा कि पहले की सरकारों में कुछ घंटे बिजली आती थी. गांव के बीच खंभा डाल दिया तो हर साल एनिवर्सरी मनाते रहिए कि फलानी तारीख को खंभा डाला गया. आज हम 22 घंटे बिजली देने के प्रयास में लगे हैं. हमने लोगों को उनके भाग्य पर नहीं छोड़ दिया. हमें रिन्यूबल एनर्जी, सोलर की ओर जाना पड़ा. बिजली खरीदनी पड़ी. हमने मेहनत का रास्ता चुना. ऊर्जा की मांग बढ़ी. हमें मेहनत करनी पड़ी और नतीजा आज ऊर्जा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि कोई भी सरकार में आता है तो कुछ वादे करके आता है. गरीबी हटाओ बोलते रहे, चार-चार दशक हो गए और कुछ हुआ ही नहीं. उन्होंने कहा कि विकास के मायने क्या हैं, गति क्या है, ये भी मायने रखता है. आप कहते रहें कि हम भी कुछ करते थे, केवल इतने से बात नहीं बनती. जब हम जनता के लिए कुछ करते हैं तब मेहनत भी ज्यादा करनी पड़ती है. हमने मेहनत का रास्ता चुना है. मेहनत करनी पड़ी तो करेंगे लेकिन जनता की उम्मीदों को ठेस नहीं पहुंचने देंगे. हम श्रम के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि जिस इकोसिस्टम के चेलों को ये पैसे जाते थे, उनका चिल्लाना स्वाभाविक है. ईमानदार टैक्सपेयर की गाढ़ी कमाई का नुकसान होता था. योजनाओं को लटकाना, अटकाना, भटकाना इनका तरीका बन गया था. हमने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाया. जो योजनाएं बनाने में महीनों लग जाते थे, आज हफ्ते के भीतर बन जा रहे हैं. हम स्केल, स्पीड का महत्व समझते हैं.
पीएम मोदी ने खड़गे की बार-बार कलबुर्गी जाने की शिकायत का जिक्र करते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में ही आठ लाख जनधन खाते खुले हैं. लोग इतने साल बाद जागरूक हो जाएं, इतने खाते खुल जाएं और किसी का खाता बंद हो जाएं तो उनका दर्द समझ सकता हूं. आपको जनता नकार दे रही हैं, आपको हटा रही है, आपका खाता बंद कर रही है और आप रोना यहां रो रहे हैं. पीएम मोदी ने जनधन, आधार और मोबाइल को त्रिशक्ति बताया और कहा कि इसके जरिये डीबीटी से 2 लाख करोड़ से अधिक पैसा इकोसिस्टम के गलत हाथों में जाने से बच गया है.
पीएम मोदी ने पानी की समस्या के समाधान की दिशा में अपनी सरकार के प्रयास गिनाए और कहा कि हमारे सरकार में आने तक तीन करोड़ घरों को नल से जल मिलता था. आज पिछले तीन साल में 11 करोड़ घरों को नल से जल मिल रहा है. हमने भविष्य की समस्याओं को देखते हुए समाधान के रास्ते चुना. उन्होंने एम्पावरमेंट ऑफ कॉमन पीपुल का जिक्र किया और बैंकों का राष्ट्रीयकरण इस बहाने से की गई थी कि गरीबों को उनका अधिकार मिले. बैंकों तक बड़ी आबादी नहीं पहुंच पाई थी. पिछले नौ साल में 48 करोड़ जनधन खाते खोले गए. देश के गांव तक प्रगति की मसाल को ले जाने का प्रयास हुआ.
पीएम मोदी ने कहा कि जब वे ग्ड्ढे कर रहे थे, छह दशक बर्बाद कर दिए थे उसमें दुनिया के छोटे-छोटे देश भी सफलता के शिखर छू रहे थे. तब पंचायत से पार्लियामेंट तक उन्हीं की चलती थी. देश आंख बंद करके उनका समर्थन करता था. लेकिन उन्होंने ऐसा कल्चर विकसित किया कि एक भी चुनौती का स्थायी समाधान करने का न सोचा, न प्रयास किया. बहुत हो-हल्ला हो जाता था तो चीजों को छू लेते थे और आगे चले जाते थे. समस्याओं का समाधान करना उनका दायित्व था. देश की जनता समस्याओं से जूझ रही थी. उनके इरादे, उनकी प्राथमिकताएं अलग थीं. किसी भी चीज के स्थायी समाधान का प्रयास नहीं किया. हमारी सरकार की पहचान पुरुषार्थ, एक के बाद एक उठाए गए कदमों के कारण बनी है. हम एक-एक विषय को छूकर भागने वाले लोग नहीं. हम स्थायी समाधान करते हुए आगे बढ़ रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में विपक्ष के हंगामे को लेकर कहा कि कुछ लोगों का व्यवहार निराशाजनक है. उन्होंने कहा कि कीचड़ उसके पास था, मेरे पास... जिसके जो भी पास था, उसने दिया उछाल. मोदी ने कहा कि जितना कीचड़ उछालोगे, कमल उतना ही खिलेगा. उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे के बुनियाद बनाने वाले बयान को कोट करते हुए कहा कि हमने जब 2014 में आकर गहराई से देखा तो उन्होंने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही संबोधन शुरू किया, वैसे ही विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करने लगे. विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और मोदी-अडानी भाई-भाई और जेपीसी से जांच कराओ के नारे लगाए. पीएम मोदी के संबोधन के दौरान विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं. इस दौरान विपक्ष के सदस्य हंगामा कर रहे हैं. विपक्ष के सदस्य सदन में पीएम मोदी के सदन में संबोधन के दौरान मोदी-अडानी भाई-भाई और जेपीसी से जांच कराओ के नारे लगा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी देर में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे. पीएम मोदी का सबोधन थोड़ी देर में शुरू होगा. पीएम मोदी ने एक दिन पहले लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया था.
ओडिशा की सत्ता पर काबिज बीजू जनता दल (बीजेडी) के कटक से सांसद भर्तृहरि महताब ने तीन साल के लिए स्पेशल फोकस वाले राज्य की श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग की. उन्होंने राज्य में प्राकृतिक आपदाओं का जिक्र किया और ये भी कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन का होना जरूरी है.
जेडीयू सांसद महाबली सिंह ने जातीय जनगणना कराने की मांग की और कहा कि जब देश में जानवर की गिनती हो सकती है, शेर-भालू और चीता की गिनती हो सकती है तब जातियों की क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि जब तक जनगणना नहीं होगी, तब तक ये पता नहीं चलेगा कि कौन जाति के कितने लोग हैं. ऐसे में सरकार भागीदारी कैसे दे सकती है.
राज्यसभा में आज प्रश्नकाल के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रश्नकाल के बाद सदन की कार्यवाही दोपहहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है. राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे फिर शुरू होगी.

तृणमूल कांग्रेस के दमदम से सांसद प्रोफएसर सौगत रॉय ने बजट को वैलेंटाइन डे प्रेजेंटेशन बताया और कहा कि सरकार ने गोवर्धन योजना, पीएम प्रणाम, नेचुरल खेती योजना का ऐलान कर दिया लेकिन बजट पेपर पर इसका कोई जिक्र नहीं है. उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का ऐलान कर दिया लेकिन इसके लिए बजट आवंटित नहीं किया. टीएमसी सांसद ने राज्यों को बगैर ब्याज ऋण देने के फैसले की तारीफ की और कहा कि यही वो समय था जब गरीबी पर आगे आकर आक्रमण करना था.
लोकसभा में गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों के साथ ही कई मसले उठे. डीएमके सांसद डॉक्टर वीरास्वामी कलानिधि ने प्रश्नकाल के दौरान घेरलू गैस की कीमतों और मोजाम्बिक में भारतीय निवेश की स्थिति को लेकर सवाल पूछे. डॉक्टर वीरास्वामी के सवाल का केंद्र सरकार की ओर सले पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जवाब दिया.
मुख्य न्यायाधीश को लिखे गए पत्र को लेकर सुशील मोदी ने राज्यसभा में सवाल किया. इस सवाल के जवाब में किरन रिजिजू ने पुराने संदर्भों का हवाला देते हुए कहा कि हमने उसी का अनुसरण करते हुए एक पत्र लिखा था. कानून मंत्री ने साथ ही ये भी कहा कि कुछ समाचार पत्रों में उसकी गलत व्याख्या करते हुए खबरें चलाई गईं. उसके आधार पर हम यहां चर्चा करें तो ये सही नहीं रहेगा. उन्होंने एक सवाल के जवाब में हाईकोर्ट में 210 पद रिक्त होने की भी जानकारी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 बजे राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे. पीएम मोदी राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सदन में मौजूद हैं.
स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा में प्रश्नकाल के बाद कार्यवाही शुरू करते हुए कहा कि मुझे कुछ विषयों पर स्थगन प्रस्ताव के नोटिस मिले हैं. उन्होंने सदन को बताया कि मैंने इनमें से किसी भी नोटिस को अनुमति प्रदान नहीं की है.
शून्यकाल के दौरान राज्यसभा में मनोज झा ने देश में अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई का जिक्र किया. उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला भी दिया और उसे दिखाते हुए सभापति से ये भी कहा कि जानता था कि आप ऑथेंटिकेट करने के लिए कहेंगे और इसीलिए ये रिपोर्ट भी साथ लेकर आया हूं. आरजेडी सांसद ने देश में 1986 से पहले इस तरह के टैक्स की व्यवस्था का भी जिक्र किया और कहा कि हम आज इस तरह के टैक्स की व्यवस्था क्यों नहीं कर सकते?
इमरान प्रतापढ़ी ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान बुनकर उद्योग की बदहाली और बुनकरों की दुर्दशा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आज कबाड़ में मशीनें बिक रही हैं. बुनकर ईंट-भट्टों पर काम करने को मजबूर हैं. उन्होंने धागे पर जीएसटी लगाए जाने, जीएसटी की लिमिट 10 लाख रुपये किए जाने का जिक्र किया और कहा कि ये इस उद्योग की बदहाली का प्रमुख कारण है. इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि पिछले कुछ साल में जिस भिवंडी में एशिया में सबसे ज्यादा हैंडलूम हुआ करते थे, वहां आज बुनकर बदहाल है. दो लाख से अधिक मशीनें कबाड़ में बिक गईं. उन्होंने जीएसटी की लिमिट 50 लाख तक बढ़ाए जाने की मांग की.
भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है. बीजेपी की ओर से तीन लाइन का व्हिप जारी कर अपने सभी सांसदों से 13 फरवरी तक लोकसभा में मौजूद रहने को कहा है.

एक दिन पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में अपनी बात रखी थी. मल्लिकार्जुन खड़गे के संबोधन से छह जगह इस्तेमाल किए गए कुछ शब्द कार्यवाही से निकाले गए हैं. इसे लेकर विपक्ष ने आपत्ति जताई.
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति ने नियम 267 के तहत चर्चा के दो नोटिस मिलने की जानकारी दी और कहा कि इनमें से किसी को भी अनुमति नहीं दी गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया था. पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी, विपक्ष और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला था. पीएम मोदी आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देंगे.