कर्नाटक के बेंगलुरु में ऑनलाइन दोस्ती के खतरों को उजागर करने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है. राजगोपाल नगर थाना क्षेत्र में एक महिला ने कथित तौर पर लंबे समय तक चले ऑनलाइन उत्पीड़न और यौन धमकियों से मानसिक रूप से टूटकर आत्महत्या का प्रयास किया. बेंगलुरु पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस के अनुसार, पीड़िता का संपर्क सोशल मीडिया के माध्यम से परितोष यादव नामक युवक से हुआ था. यह संपर्क उस समय बना, जब महिला की बेटी गैस सिलेंडर विस्फोट की घटना में घायल हो गई थी और उसके इलाज के लिए आर्थिक मदद की आवश्यकता थी. आरोप है कि इसी दौरान परितोष यादव ने महिला को 30 हजार रुपये उधार दिए.
शिकायत में महिला ने आरोप लगाया है कि बाद में आरोपी ने इस रकम को दबाव बनाने के लिए इस्तेमाल किया और उसके साथ इंटीमेट होने की मांग करने लगा. पीड़िता का कहना है कि आरोपी लगातार उसे अश्लील मैसेज और गंदे वीडियो भेजता था. इसके साथ ही उसने धमकी दी कि अगर महिला ने उसकी बात नहीं मानी तो वह उसका मोबाइल नंबर अश्लील वेबसाइटों पर अपलोड कर देगा, पब्लिक प्लेस पर प्रसारित करेगा और वेश्यावृत्ति से जुड़े लोगों के साथ शेयर कर देगा.
लगातार मिल रही इन धमकियों और उत्पीड़न के कारण महिला गहरे मानसिक तनाव में चली गई. पुलिस के मुताबिक, जब इस पूरे मामले की जानकारी महिला के पति को हुई, तो पति-पत्नी के बीच भी विवाद उत्पन्न हो गया. पारिवारिक तनाव और ऑनलाइन प्रताड़ना के दबाव में महिला ने अपना घर छोड़ दिया और कुछ समय के लिए अपने दोस्तों के यहां रहने लगी.
आरोप है कि इसी दौरान महिला ने मानसिक रूप से बेहद परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया. हालांकि समय रहते उसे सहायता मिल गई. इसके बाद महिला ने राजगोपाल नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी की भूमिका की जांच की जा रही है और डिजिटल साक्ष्यों को खंगाला जा रहा है. यह मामला सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाले साइबर अपराध और ऑनलाइन उत्पीड़न के प्रति सतर्क रहने की गंभीर चेतावनी देता है.