ओडिशा के कई इलाकों में माओवादी और नक्सली सक्रिय बैठे हैं. लोगों को भड़काने से लेकर पुलिस पर हमला करने तक, ये हर तरह के हमले को अंजाम देते हैं. अब एक बार फिर ओडिशा के कई गांवों में माओवादियों ने स्थानीय लोगों को पुलिस के खिलाफ खड़ा करने का प्रयास किया है. अपील कर दी है कि पुलिस अधिकारियों पर हमला किया जाए.
दरअसल मंगलवार को ओडिशा के कंधमाल जिले के कई गांवों में माओवादियों द्वारा लगाए गए पोस्टर देखे गए. पोस्टर में लिखा हुआ था कि स्थानीय लोग जंगल जाने से बचें क्योंकि वहां पर बम फिट किए गए हैं और बारूदी सुरंग बना दी गई हैं. अब ये धमकी सिर्फ यहीं तक नहीं रुकी है. पोस्टर में कहा गया है कि हर उस पुलिस अधिकारी को रोका जाए जो भांग के पौधों को नष्ट करने के लिए जंगल आते हैं. पोस्टर के अंत में यहां तक कह दिया है कि सुरक्षाबल कई मौकों पर महिलाओं संग दुर्व्यवहार करते हैं, उनका टॉर्चर करते हैं.
अब जानकारी के लिए बता दें कि इन पोस्टर को लगाने की जिम्मेदारी भाकपा (माओवादी) के कंधमाल-कालाहांडी-बौध-नयागढ़ (केकेबीएन) डिवीजन ने ले रखी है. ऐसे में एसडीपीओ रहगबेंद्र ने अपनी टीम संग जांच शुरू कर दी है. एक तरफ लोगों को समझाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पोस्टर लगाने वाले लोगो को पकड़ने का प्रयास है. वैसे ये कोई पहली बार नहीं है जब लोगों को इस तरह पुलिस बल के खिलाफ ही भड़काने का प्रयास हुआ हो. इससे पहले भी कभी धमकी तो कभी पोस्टरों के जरिए लोगों के मन में खौफ पैदा करने का काम हुआ है.
लेकिन पुलिस की तरफ से दोनों माओवादी और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है. हाल ही में पुलिस ने नक्सल के टॉप कमांडर शंकर को मौत के घाट उतार दिया था. दो दिन पहले हुए एनकाउंटर के दौरान उसे गोली लगी थी और उसने दम तोड़ दिया था.