scorecardresearch
 

दीवार गिरने से तीसरी कक्षा के छात्र की मौत, ओडिशा के स्कूल में बड़ा हादसा

ओडिशा के कोरापुट जिले में सरकारी आवासीय विद्यालय परिसर में दीवार गिरने से कक्षा तीन के छात्र की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए. हादसा कोटपाड़ स्थित गांधी नगर आश्रम स्कूल में हुआ. प्रशासन ने जांच समिति गठित कर दी है. घटना ने स्कूलों में भवन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

Advertisement
X
बच्चे की मौत पर जांच के आदेश (Photo: Representational)
बच्चे की मौत पर जांच के आदेश (Photo: Representational)

ओडिशा के कोरापुट जिले में एक सरकारी आवासीय विद्यालय में दीवार गिरने से कक्षा तीन के एक छात्र की मौत हो गई, जबकि दो अन्य छात्र घायल हो गए. यह दर्दनाक हादसा बुधवार को कोटपाड़ ब्लॉक स्थित गांधी नगर आश्रम स्कूल में हुआ, जिससे इलाके में शोक का माहौल है.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, यह घटना स्कूल परिसर के भीतर उस समय हुई जब छात्र हॉस्टल क्षेत्र में मौजूद थे. अचानक एक चार फीट ऊंची दीवार, जिस पर उद्घाटन शिलापट्ट लगा हुआ था, भरभराकर गिर गई. इसकी चपेट में तीन छात्र आ गए. हादसे में आठ साल के प्रेमानंद भत्रा की मौके पर ही मौत हो गई.

स्कूल की दीवार गिरने से छात्र की मौत

घटना के तुरंत बाद घायल छात्रों को इलाज के लिए पहले कोटपाड़ अस्पताल ले जाया गया, जहां शुरुआती उपचार के बाद उन्हें जिला मुख्यालय अस्पताल जयपुररेफर किया गया. जिला कल्याण अधिकारी सुनील कुमार टांडी ने बताया कि घायलों में से एक छात्र को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है और वह वापस हॉस्टल लौट आया है, जबकि दूसरे छात्र के पैर में गंभीर चोट आई है और उसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.

Advertisement

हादसे की जांच के लिए टीम गठित

हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया. जिला प्रशासन ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. जिला कल्याण अधिकारी ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच के लिए एक जांच समिति गठित कर दी गई है, जिसकी अध्यक्षता जयपुर के उप-कलेक्टर करेंगे. समिति अपनी रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपेगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

गांधी नगर आश्रम स्कूल, अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति विकास विभाग द्वारा संचालित एक सरकारी आवासीय विद्यालय है. इस स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक की शिक्षा दी जाती है और यहां मुख्य रूप से SC और ST समुदाय के बच्चे पढ़ते हैं. इस हादसे ने एक बार फिर सरकारी स्कूलों और हॉस्टलों में इमारतों की जर्जर हालत और सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. 

 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement