भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान के 'जीत' के दावों पर निशाना साधते हुए कहा कि 10 मई की सुबह जब पाकिस्तान के एयरबेस तबाह कर दिए गए, तब खुद इस्लामाबाद ने नई दिल्ली से संपर्क किया था. विदेश मंत्रालय ने कहा, 'पाकिस्तान का पुराना रवैया है, हार जाओ लेकिन जीत का ढोल बजाओ.'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'असल में भारत का रुख वही रहा. पाकिस्तान का रुख तब बदला जब 10 मई की सुबह उसके एयरबेस तबाह कर दिए गए.' उन्होंने आगे कहा, 'आपको सिर्फ यह देखना है कि संघर्षविराम की शर्तों को लेकर किसने किसे कॉल किया. सबको पता है, सैटेलाइट तस्वीरें अब सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं.'
'हमने दिए हमलों के सैटेलाइट सबूत'
विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि जहां भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ढांचों पर किए गए हमलों के सैटेलाइट सबूत दिए हैं, वहीं पाकिस्तान अपने दावों को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं दे सका है.
रणधीर जायसवाल ने पत्रकारों से कहा, 'मैं आपसे अपील करता हूं कि आप उन स्थानों को देखें जिन्हें पाकिस्तान ने भारत में निशाना बनाए जाने का दावा किया है, और उसकी तुलना उन जगहों से करें जिन्हें हमने सफलतापूर्वक निशाना बनाया और नष्ट किया. इससे आपको सच्चाई खुद-ब-खुद समझ में आ जाएगी.'
'हार के बावजूद जीत का दावा करता रहता है पाक'
पाकिस्तान की 'जीत' के दावे पर तंज कसते हुए जायसवाल ने कहा कि 'जीत का दावा करना पाकिस्तान की पुरानी आदत है.' भारत-पाकिस्तान के बीच 1971, 1975 और 1999 में हुए पिछले युद्धों के बाद के हालात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हार के बावजूद पाकिस्तान हमेशा इसके उलट दावा करता रहता है. 'हार जाओ लेकिन जीत का ढोल बजाओ, पाकिस्तान का ये पुराना रवैया है'.