पूर्व BJD नेता ममता मोहंता राज्यसभा सदस्य के रूप में इस्तीफा देने और नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली पार्टी छोड़ने के एक दिन बाद भाजपा में शामिल हो गईं. उनके जाने के साथ ही राज्यसभा में बीजद की ताकत घटकर आठ रह गई है. लोकसभा में पार्टी का कोई सांसद नहीं है. ओडिशा में राज्यसभा की 10 सीटें हैं. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को लिखे पत्र में ममता मोहंता ने कहा था कि उन्होंने यह फैसला सोच-समझकर लिया है, धनखड़ ने मोहंता का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया.
धनखड़ ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मुझे पत्र सौंपकर अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया है. मैं इसे संवैधानिक रूप से उचित मानता हूं. मैंने ओडिशा राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाली सदस्य ममता मोहंता का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है. वहीं, बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक को लिखे अपने इस्तीफे में मोहंता ने कहा कि उन्हें लगता है कि पार्टी में उनकी और उनके समुदाय की सेवा की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं मयूरभंज के लोगों की सेवा करने और ओडिशा के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का अवसर देने के लिए आपका तहे दिल से आभार व्यक्त करती हूं.
मोहंता ने कहा कि वह बीजेडी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं, इससे पहले दिन में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्हें सांसद के रूप में मोहंता के इस्तीफे का पत्र मिला है.
बता दें कि मौजूदा समय में विधानसभा में भाजपा के 78 सदस्य हैं, जबकि विपक्षी बीजेडी के पास 51 सीटें हैं, कांग्रेस के पास 14 सीटें हैं, तीन निर्दलीय और एक माकपा के पास है. राज्य में 10 राज्यसभा सीटें हैं, जिनमें से 8 बीजेडी के पास हैं, जबकि एक भाजपा के पास हैं.
भाजपा का नाम लिए बिना राज्य विधानसभा में विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने कहा कि मोहंता का इस्तीफा एक राष्ट्रीय पार्टी द्वारा रची गई साजिश का हिस्सा है. एक राष्ट्रीय पार्टी ने राज्यसभा में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए साजिश रची.