
कहते हैं कि बार और बेंच (Bar and Bench) में एक खास किस्म की दूरी होती है. एक डिफरेंस होता है. लेकिन प्रेम में ऐसी शक्ति है जो किसी भी दूरी को पाट दे. झारखंड के गोड्डा में कुछ ऐसा ही हुआ. चारा घोटाले जैसे चर्चित मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सजा सुनाने वाले कड़क मिजाज जज भी 59 साल की उम्र में एक महिला वकील को दिल दे बैठे.
जी हां, करीब 3 साल से गोड्डा में जज की कुर्सी संभालने वाले शिवपाल सिंह ने अपने से तकरीबन 9 साल छोटी तेजतर्रार महिला वकील से विवाह रचा लिया है. जज साहब की प्रेमिका और अब पत्नी झारखंड में तेजतर्रार भाजपा नेत्री के रूप में जानी जाती हैं.
नाम न छापने की शर्त पर दोनों के विवाह के साक्षी बने गोड्डा के एक वकील ने बताया कि जज शिवपाल सिंह की पत्नी का देहांत तकरीबन दो दशक पहले हो गया था. तेजतर्रार भाजपा नेत्री और बार एसोसिएशन की वरिष्ठ अधिवक्ता नूतन तिवारी के पति का भी देहांत कुछ साल पहले हो गया था.
अच्छी बात यह है कि दोनों ने अपने बच्चों और परिवार की रजामंदी से यह शादी की है. जज शिवपाल सिंह के भी दो बेटे हैं और नूतन तिवारी का भी एक बेटा है.

चौंकाने वाली बात यह रही कि बार और बेंच के बीच यह प्यार कब पनपा, साथी वकीलों को कानों-कान खबर तक न हुई. खैर अब अधिवक्ता और जज दोनों ही शादी के बंधन में बंध चुके हैं. आज तक उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है.
(गोड्डा से संतोष भगत की रिपोर्ट)