Indian Railway: कोरोना काल के वाबजूद समस्तीपुर रेलमंडल में विकास का काम काफी तेजी से हुआ. जिसका नतीजा है कि शुक्रवार को ईस्टर्न जोन के सीआरएस ने ईस्टर्न जोन के सीआरएस ने निरीक्षण किया. यह निरीक्षण ट्रेन चलाने की अनुमति देने के लिए किया गया है.
सहरसा से दरभंगा को जोड़ने वाले रेलखंड पर निर्मली और आसनपुर कुपहा के बीच सिग्नल और रेलवे ट्रैक बिछाने का कार्य पूरा हो चुका है. इस खंड पर ट्रेन चलाने को लेकर सीआरएस इंस्पेक्शन कराया गया है. इस ट्रैक पर 120 किलोमीटर की रफ्तार से सीआरएस स्पेशल ट्रेन चलाई गई. इसके अलावा सीआरएस ने ट्रॉली की मदद से एक-एक चीजों की बारीकी से जांच की है.
इस निरीक्षण में अगर सबकुछ ठीक रहा और सीआरएस से हरी झंडी मिल गई तो जल्द ही निर्मली आसनपुर कुपहा के बीच ट्रेन सेवा बहाल हो जाएगी. वहीं इसके बाद सहरसा से निर्मली के बीच सीधी ट्रेन सेवा बहाल हो जाएगी. रेलवे ने 2017 में इस खंड को आमान परिवर्तन (Break of Gauge) को लेकर ट्रेन सेवा बंद कर दी थी. इस निरीक्षण के बाद कोसी और मिथिलांचल के लोगों के बीच उम्मीद जगी है. उन्हें जल्द ही लंबी दूरी की यात्रा करने से छुटकारा मिल जाएगा और कोसी मिथिलांचल की दूरी काफी कम हो जाएगी.
समस्तीपुर रेलमंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने कहा कि रेल विकास की ओर जा रहा है जल्द ही निर्मली सरायगढ़ स्टेशन के बीच जल्द ही ट्रेन सेवा शुरू कर दी जाएगी. अभी हमने ललितग्राम राघोपुर के तरफ नई लाइन खोली है. इस रेलखंड का सीसीआरएस इंस्पेक्शन हो गया है. जल्द ही इस खंड पर ट्रेन सेवा शुरू कर दी जाएगी. इसके अलावे सीतामढ़ी रक्सौल के बीच विद्युतीकरण कार्य किया गया है.
डीआरएम ने कहा कि समस्तीपुर दरभंगा रेलखंड के ब्रिज संख्या एक पर बाढ़ के समय ब्रिज पर पानी आ जाने की वजह से ट्रेन सेवा प्रभावित होती थी. हमने उसपे दो ब्रिज लगाए है. पुराने को बंद कर नए को जल्द चालू कर दिया जाएगा.
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