पहलगाम अटैक के 15 दिन बाद भारत की तीनों सेनाओं के आपसी सहयोग से 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया गया था. इस ऑपरेशन का उद्देश्य पाकिस्तान समर्थित आतंक के ठिकानों को नष्ट करना था और भारत की सेनाओं ने इस काम को बखूबी अंजाम दिया. इस ऑपरेशन के बाद से पाकिस्तान बौखला गया और दोनों पड़ोसी देशों में युद्ध जैसी स्थितियां हैं, तनाव बरकरार है और लगातार हमले हो रहे हैं.
ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च होने के बाद MEA अब तक तीनों दिन प्रेस ब्रीफिंग की. इन तीनों दिनों में MEA ने जहां एक ओर पाकिस्तान के झूठ की पोल खोली और उसके सच को उजागर किया तो इसी के साथ उसने कई बड़े संदेश भी दिए हैं. तीनों दिनों की प्रेस ब्रीफिंग की क्या हैं खास बातें, डालते हैं एक नजर-
पहले दिन की प्रेस ब्रीफिंगः ऑपरेशन सिंदूर का जानकारी दी
पहले दिन MEA ने प्रेस ब्रीफिंग जब की थी, तो उनका मकसद ऑपरेशन सिंदूर की पूरी ब्यौरेवार जानकारी देना था. पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक करने के बाद भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने ब्रीफिंग में कहा, "पहलगाम हमला स्पष्ट रूप से जम्मू-कश्मीर में बहाल हो रही स्थिति को प्रभावित करने के लिए किया गया था. हमले का तरीका जम्मू-कश्मीर और शेष राष्ट्र में सांप्रदायिक दंगे भड़काने था लेकिन इसको भारत सरकार और देश के नागरिकों ने विफल कर दिया."
भारत का एक्शन नपा-तुलाः MEA
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, "भारत ने सीमा पार हमलों का जवाब देने, रोकने और प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है. भारत का एक्शन नपातुला, जिम्मेदारी भरा और गैर-उकसावे वाला है. आयोजकों और फाइनेंसरों को जवाबदेह ठहराने का प्रयास था. भारत की कार्रवाई को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए."
कई आतंकी कैंप किए गए नष्टः विंग कमांडर व्योमिका सिंह
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ब्रीफिंग देते हुए कहा कि पुख्ता इंटेलिजेंस इनपुट के बाद ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था. पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद मे लश्कर के ट्रेनिंग सेंटर पर हमला किया गया. आतंकियों ने यहीं से प्रशिक्षण लिया था. आतंकियों की रीढ़ तोड़ने की कार्रवाई की गई. बरनाला कैंप भी ध्वस्त किया गया. सियालकोट में महमूना कैंप को भी नष्ट किया गया.
कर्नल सोफिया कुरैशी ने दी बड़ी जानकारी
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में एयरस्ट्राइक की जानकारी दी. भारतीय सेना की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरेशी ने कहा, "मासूम पर्यटकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया. पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेटर इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और PoK दोनों में फैले हैं." कर्नल सोफिया ने कहा, "9 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया और ध्वस्त किया गया. पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान ने व्यवस्थित तरीके से आतंकी ढांचे का निर्माण किया, जो आतंकी कैंपों और लॉन्चपैड्स के लिए पनाहगाह रहा है. उत्तर में सवाई नाला और दक्षिण में बहावलपुर में स्थित मशहूर प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया."
दूसरा दिनः बौखलाए पाकिस्तान ने 15 जिलों को निशाना बनाने की कोशिश की
दूसरे दिन की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि, हमने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया. हमने पहले ही पाकिस्तान को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तानी हमलों को नाकाम किया. इस दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि 07 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भारत ने अपनी प्रतिक्रिया को केंद्रित, मापा हुआ और गैर-बढ़ावा देने वाला बताया था.
07-08 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया. इन्हें इंटीग्रेटेड काउंटर यूएएस ग्रिड और वायुरक्षा प्रणालियों द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया. इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं जो पाकिस्तानी हमलों को साबित करते हैं.
पाकिस्तान के सच को उजागर किया
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि, पहलगाम में हुआ हमला तनाव बढ़ने की पहली वजह है, भारतीय सेना ने उसका जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) समूह लश्कर-ए-तैयबा का जाना-माना मोर्चा है. जिसने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी, हम इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को सभी जानकारियां मुहैया करा रहे हैं. TRF के बारे में अपडेट लगातार दिए जा रहे हैं. विक्रम मिसरी ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि जब UNSC के बयान में TRF का नाम शामिल करने की बात आई, तो केवल पाकिस्तान ने इसका विरोध किया और नाम हटवाया. यह स्पष्ट संकेत है कि पाकिस्तान अब भी इन आतंकी समूहों को ढाल और समर्थन दे रहा है.
विक्रम मिसरी ने दिखाई पाकिस्तान के 'सच की तस्वीर'
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने विश्व समुदाय से अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि वे पाकिस्तान की धोखे और आतंक की नीति को पहचानें और उससे सख्ती से निपटें. पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है. दुनिया भर में कई आतंकी हमलों में इसके निशान पाए गए हैं. विदेश सचिव ने पाकिस्तान की उस दलील को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि 7 मई को भारतीय हमलों में सिर्फ नागरिकों की मौत हुई. उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि हमने स्पष्ट कर दिया है कि हमारा निशाना केवल आतंकियों के ठिकाने थे, वे ठिकाने जहां आतंकवाद पनपता है, यहां तक कि वे 'जनाज़े' भी जहां आतंकियों को सम्मान के साथ विदा किया जाता है.विक्रम मिसरी ने एक तस्वीर दिखाते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान दावा करता है कि मारे गए केवल निर्दोष नागरिक थे तो फिर ये तस्वीर क्या बताती है? तस्वीर में LeT कमांडर अब्दुल रऊफ दिख रहा है जो कि आतंकियों के जनाज़े में शामिल हुआ था.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा नीलम-झेलम बांध परियोजना को निशाना बनाने के आरोप झूठे हैं, मनगढ़ंत हैं. भारत ने केवल आतंकवादी बुनियादी ठिकाने को निशाना बनाया है. अगर यह भारतीय बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने का बहाना है, तो भारत की प्रतिक्रिया के परिणाम के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार होगा.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सिख समुदाय पर टारगेटेड अटैक किए. पुंछ में एक गुरुद्वारे पर हमला किया और सिख समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि हमलों में तीन लोग मारे गए, उन्होंने कहा कि पुंछ में कुल 16 नागरिक मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं.
तीसरा दिन: नागरिकों को ढाल बना रहा है पाकिस्तान
तीसरे दिन की प्रेस ब्रीफिंग में भी MEA ने पाकिस्तान को लेकर सबसे बड़ा खुलासा किया कि कैसे वह अपने सिविलियन एयरपोर्ट और नागरिकों को युद्ध में ढाल बना रहा है.
विदेश मंत्रालय की ओर से शाम साढ़े 5 बजे प्रेस ब्रीफिंग की गई. इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर नई जानकारी दी. कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने एलओसी पर भारी गोलीबारी की. घुसपैठ की कोशिश की गई. तंगधार, उरी और उधरपुर में भारी गोलीबारी हुई. पाकिस्तान की गोलीबारी से नुकसान हुआ है. उन्होंन तस्वीर दिखाते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना ने भारी संयम दिखाया है.
हमले में तुर्की में बने ड्रोन का इस्तेमाल किया गया
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत में 36 स्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि इस हमले में तुर्की में बने ड्रोन का इस्तेमाल किया गया. भारतीय वायुसेना ने इस हमले का तत्काल जवाब देते हुए एक ड्रोन काउंटर अटैक किया, जिसमें पाकिस्तान की सर्विलांस रडार प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया. सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान की सेना को इस जवाबी कार्रवाई में भारी नुकसान हुआ है और यह उसके सैन्य अभियान के लिए एक बड़ा झटका है.
पाकिस्तान ने नहीं बंद किया अपना हवाई क्षेत्र
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र बंद नहीं किया, बल्कि उसे एक ढाल (shield) की तरह इस्तेमाल किया है. जब यह हमला किया गया, उस समय कराची और लाहौर जैसे बड़े शहरों में पैसेंजर प्लेन उड़ान भर रहे थे, जिससे आम नागरिकों की जान जोखिम में डाली गई. भारतीय सुरक्षाबलों ने इस पूरी कार्रवाई के दौरान संयम बरता और जवाबी हमले को सीमित रखा, ताकि आम नागरिकों को नुकसान न हो. इस रक्षात्मक और संवेदनशील रुख की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना की जा रही है.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ उकसावे वाली सैन्य कार्रवाई करते हुए कंधार, उरी, पुंछ, राजौरी, अखनूर और उधमपुर जैसे एलओसी से सटे क्षेत्रों में गोलाबारी की है. इस हमले में भारतीय सुरक्षाबलों को कुछ नुकसान हुआ और चोटें पहुंची हैं, हालांकि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है.
मिसरी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने ड्रोन हमले की असफल कोशिश करने के बावजूद अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को बंद नहीं किया, जो कि एक खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना कदम है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, जिससे न केवल पाकिस्तान बल्कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि 7 मई की रात 8:30 बजे पाकिस्तान ने भारत पर बिना किसी उकसावे के ड्रोन और मिसाइल हमला किया, लेकिन इसके बावजूद उसने अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को बंद नहीं किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जानबूझकर नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, यह जानते हुए कि उसके हमले के जवाब में भारत की ओर से तत्काल एयर डिफेंस प्रतिक्रिया दी जा सकती है. व्योमिका सिंह ने एक फ्लाइट रडार 24 एप्लिकेशन के डेटा के स्क्रीनशॉट की तस्वीर भी दिखाई, जिसमें ये स्पष्ट दिखाई दे रहा था कि भारत की ओर से हवाई क्षेत्र को तत्काल बंद कर दिया गया था, जिससे भारतीय हवाई सीमा पूरी तरह खाली थी. दूसरी ओर कराची से लाहौर के बीच पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में नागरिक विमान उड़ रहे थे, जब पाकिस्तान ने हमला किया.