जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए आतंकी हमले का भारतीय सेना ने तगड़ा जवाब दिया है. पहलगाम हमले के बाद से देश लगातार पाकिस्तान को करारा जवाब देने की मांग कर रहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी ऐलान कर चुके थे कि आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी इस बार मिटा दिया जाएगा. देश को 15 दिन से जिस एक्शन का इंतजार था वो आज पूरा हुआ है.
पहलगाम हमले का बदला
भारतीय सुरक्षाबलों ने जॉइंट ऑपरेशन करते हुए मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है. इस कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान में 100 किमी अंदर तक 4 आतंकी अड्डों को निशाना बनाया और PoK स्थित पांच ठिकानों को तबाह कर दिया है. इस पूरी कार्रवाई को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया है. इस हमले के जरिए भारतीय सेना ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के अड्डों को तबाह कर दिया है. यह कार्रवाई न सिर्फ पहलगाम आतंकी हमले का जवाब है बल्कि भारत में हुए मुंबई अटैक, संसद हमला और कई अन्य आतंकी वारदातों में शामिल आतंकियों के ठिकानों को टारगेट किया गया है.
ऑपरेशन को कैसे दिया अंजाम
पहलगाम हमले का बाद से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर कड़ा प्रहार करने की तैयारी चल रही थी. भारत के कूटनीतिक एक्शन पूरी दुनिया के सामने थे, जिनमे सिंधु जल समझौते सस्पेंड करने से लेकर पाकिस्तान नागरिकों को देश से बाहर निकालने का आदेश शामिल था. लेकिन सैन्य कार्रवाई की तैयारी जाहिर तौर पर सीक्रेट तरीके से की जा रही थी. पहलगाम अटैक के बाद से दिल्ली में हर रोज बैठकों का दौर चल रहा था. ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले भारतीय खुफिया एजेंसी RAW ने पाकिस्तान में सभी आतंकी अड्डों की पहचान की और उनकी लोकेशन को कंफर्म किया. इसके बाद मंगलवार देर रात हैमर और स्कैल्प मिसाइलों से लैस राफेल फाइटर जेट्स ने एयरबेस से उड़ान भरी और पाकिस्तान में पहले से तय टारगेट पर गोला-बारूद गिराए, जिसमें इन ठिकानों को बड़ा नुकसान हुआ है. जानकारी यह भी है कि एयस्ट्राइक में 90 से ज्यादा आतंकी मारे जा चुके हैं.
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सेना ने कैसे तय किए टारगेट
पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर के मुखौटा कहे जाने वाली आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली थी. इसके अलावा भारत में हुए आतंकी हमलों में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के अलावा लश्कर और जैश जैसे संगठनों का हाथ रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए एयरस्ट्राइक के दौरान बहावलपुर स्थित जैश के हेडक्वार्टर मरकज सुभान अल्लाह, लश्कर का कैंप मुरीदके, मेहमूना स्थित हिज्बुल का ट्रेनिंग कैंप, बरनाला में आतंकी अड्डे, कोटली, सरजान कैंप, बिलाल कैंप, गुलपुर और लश्कर का कैंप सवाई जैसे आतंकी अड्डों को निशाना बनाया गया है. इस कार्रवाई में लश्कर के 7 और जैश के दो ठिकानों को तबाह किया गया है. हालांकि किसी भी भारतीय विमान ने बॉर्डर क्रॉस नहीं किया है, बल्कि मिसाइलें और जेट्स के जरिए गोला-बारूद दागे हैं.
क्यों खास है 'ऑपरेशन सिंदूर'?
भारत वैसे तो पाकिस्तान के खिलाफ तीन जंग लड़ चुका है और तीनों बार ही पड़ोसी मुल्क को धूल चटाई है. इसके बाद भारतीय सेना ने एयरस्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए भी आतंकी अड्डों को तबाह किया था. लेकिन इससे पहले की दोनों ही स्ट्राइक पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई थी. इस बार भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर 100 किमी अंदर तक आतंक पर प्रहार किया है. 2016 में उरी हमले के बाद भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की और हिसाब बराबर किया. इसके बाद 2019 में पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारतीय जांबाजों ने एयर स्ट्राइक की थी. इस बार पहलगाम अटैक के 15 दिन बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की है और यह कार्रवाई कई गुना घातक और स्केल के हिसाब से काफी बड़ी है.
अब आगे क्या होगा?
भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई पर पहला बयान जारी करते हुए कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' का मकसद सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था. इसमें पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों का टारगेट नहीं किया गया है. ऑपरेशन में सिर्फ पाकिस्तान और PoK में स्थित उन आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की प्लानिंग की जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था.
भारत ने साफ किया है कि यह एक्शन गैर-उकसावे वाली कार्रवाई है. अब पाकिस्तान दुनिया के सामने अपना दुखड़ा रोते हुए झूठे दावे कर रहा है, जबकि सच्चाई शीशे की तरह साफ है. पाकिस्तान से ऐसी तस्वीरें आ रही हैं जिसमें तबाह हुए आतंकी अड्डों को साफ देखा जा सकता है. आम लोग भी हमले के बाद तबाह हुए ठिकानों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. साथ ही कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें आतंक के खिलाफ की गई भारत की कार्रवाई को देखा जा सकता है.
इस एयरस्ट्राइक से बौखलाया पाकिस्तान अब जवाबी कार्रवाई कर सकता है. इस वजह से एयरस्पेस पर कड़ी नजर रखी जा रही है. साथ ही सीमा से सटे भारतीय एयरबेस को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी तरह की स्थिति से निपटा जा सके. भारतीय वायुसेना बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान पहले भी पाकिस्तानी विमानों को धूल चटा चुकी है.
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पाकिस्तान में 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति को एक बार फिर दर्शाया है. इस ऑपरेशन के बाद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत की और उन्हें इस कार्रवाई के बारे में जानकारी दी है. इसके अलावा भारत ने ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस को भी इस एयर स्ट्राइक के बारे में बताया है. भारत ने इस कार्रवाई के जरिए किसी आम पाकिस्तानी और सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया है बल्कि आतंकी अड्डों को टारगेट कर यह स्ट्राइक की गई है.