
देश में इस बार फरवरी ने गर्मी के कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और अब आने वाले महीने भी कहर बरपाने को तैयार हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले तीन महीने यानी मार्च, अप्रैल और मई भीषण गर्मी पड़ने वाली है. IMD के मुताबिक, पूर्वी और मध्य भारत व उत्तर-पूर्वी भारत के ज्यादातर इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा. इसके अलावा देश के अन्य भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है.
मार्च के महीने के औसत तापमान की बात करें तो देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. बढ़ते तापमान और गर्मी के बीच तेज गर्म हवाएं यानी हीटवेव भी सताएंगी. हालांकि, पेनिसनुस्लर इंडिया में ऐसा नहीं है. यहां अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है. तापमान में बढ़त के साथ-साथ गर्म हवाएं भी परेशानी का सबब बनेंगी. आईएमडी के मुताबिक, मध्य भारत और इसके आसपास के उत्तर पश्चिम भारत के कई क्षेत्रों में मार्च से मई के बीच हीटवेव की संभावना है.

बारिश पर अपडेट
देशभर में बारिश का औसत मार्च में सामान्य (लंबी अवधि के औसत का 83-117 प्रतिशत) रहने की संभावना है. हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश क्षेत्रों, पश्चिम-मध्य भारत और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में इस बार सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद है. वहीं, प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश हिस्सों, पूर्व-मध्य भारत और पूर्वोत्तर भारत के कुछ अलग-थलग इलाकों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है.
फरवरी की गर्मी ने तोड़ा टूटा रिकॉर्ड
बता दें कि अधिकतम औसत तापमान के मामले में फरवरी की गर्मी ने पिछले 146 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इस बार फरवरी के महीने में दिन का औसत अधिकतम तापमान 29.54 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. जो सामान्य तापमान (27.8 डिग्री) से 1.74 डिग्री अधिक था. वहीं, औसत न्यूनतम तापमान की बात करें तो 1901 से लेकर अब तक का ये पांचवां सर्वाधिक रहा है.