पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में अवैध हथियारों के नेटवर्क पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस दौरान अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. इस ऑपरेशन में भारी मात्रा में बने और अधबने हथियारों के साथ कारतूस और नकली भारतीय नोट भी बरामद किए गए हैं. यह कार्रवाई बुधवार रात को डोमकल थाना क्षेत्र के निश्चिंदपुर-दारपारा इलाके में की गई.
डोमकल थाने की पुलिस और जिला पुलिस के विशेष अभियान समूह (Special Task Force) ने गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त छापेमारी की. पुलिस ने इस दौरान 26 वर्षीय सिराज मंडल नाम के युवक को गिरफ्तार किया, जो उसी इलाके का रहने वाला है. छापेमारी के दौरान सिराज के घर से हथियारों का जखीरा मिला, जिसमें एक राइफल, चार तैयार पाइप गन, 12 अधबनी पाइप गन, .303 बोर की तीन गोलियां, पाइप गन की नौ गोलियां और एक खाली कारतूस शामिल है.
कारखाने से 40 हजार के नकली भारतीय नोट भी बरामद हुए हैं, जिससे यह संदेह गहरा गया है कि आरोपी न केवल अवैध हथियारों के निर्माण में शामिल था, बल्कि वह बांग्लादेश से नकली नोटों की तस्करी में भी शामिल हो सकता है. पुलिस के अनुसार, कारखाने में हथियार बनाने के लिए उपयोग होने वाले उपकरण भी मिले हैं, जिनमें दो हाइड्रोलिक पाइप, एक ड्रिल मशीन, एक कटिंग मशीन, एक एयर ब्लोअर, दो डाई, कई लोहे के हथौड़े और पाइप, सीटें आदि शामिल हैं. इससे स्पष्ट हैड कि यह अवैध फैक्ट्री लंबे समय से सक्रिय थी.
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि फैक्ट्री में मशीनों की आवाज बाहर न जाए, इसके लिए तेज आवाज में संगीत चलाया जाता था. पुलिस को आशंका है कि आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर किसी आपराधिक नेटवर्क द्वारा इस इलाके में अशांति फैलाने की साजिश के तहत हथियारों का जखीरा तैयार किया जा रहा था.
पिछले एक महीने में डोमकल, जलांगी और रानीनगर थानों की सीमाओं में भी हथियार तस्करी से जुड़े कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. अब डोमकल में हथियार निर्माण फैक्ट्री मिलने से सुरक्षा एजेंसियां और सतर्क हो गई हैं. पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर रही है कि वह किन लोगों के लिए हथियार बना रहा था और इस नेटवर्क के पीछे कौन लोग हैं. बहरहाल, इस खुलासे ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.