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Gujarat: पहले चरण की वोटिंग से पहले सुर्खियों में शादी का ये कार्ड

गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोटिंग होनी है. मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने पूरा जोर लगा रखा है. इस सियासी सरगर्मी के बीच राज्य के जूनागढ़ जिले में शादी का एक कार्ड सुर्खियों में है. लोग इस कार्ड की चर्चा और प्रशंसा कर रहे हैं.

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शादी के कार्ड की प्रशंसा करते अधिकारी
शादी के कार्ड की प्रशंसा करते अधिकारी

विधानसभा चुनाव को लेकर गुजरात का सियासी पारा हाई है. सभी दलों के नेता जनता को अपने पक्ष में करने में जुटे हुए हैं. मतदाताओं को जागरूक करने के लिए प्रशासन भी अपने स्तर पर काम कर रहा है. इसी बीच एक परिवार ने शादी का ऐसा कार्ड छपवाया है जो सियासत में सुर्खियों में है. इसकी सभी सराहना कर रहे हैं.

गौरतलब है कि जूनागढ़ निवासी एक परिवार में एक दिसंबर को शादी समारोह है. इसी दिन मतदान भी होना है. मतदान प्रतिशत अच्छा हो इसके लिए परिवार ने कार्ड के माध्यम से लोगों से एक अपील की है.

इसमें उन्होंने लिखवाया है,"मतदान हमारी जरूरत और कर्तव्य है. यह हमारी प्राथमिकता है. इसलिए पहले मतदान करें फिर शादी में आएं." इस अपील की जिले स्तर पर सभी अधिकारी और लोग प्रशंसा कर रहे हैं.

'ट्रेन नहीं तो वोट नहीं'

इसी बीच एक ऐसा भी मामला सामने आया है जहां लोग मतदान न करने की बात कह रहे हैं. नवसारी जिले के गणदेवी तालुका के अंचेली और उसके आसपास के करीब 19 गांव के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है.

गांव में जगह-जगह 'ट्रेन नहीं तो वोट नहीं' के पोस्टर-बैनर देखने को मिल रहे हैं. बता दें, अंचेली गांव से महज 15 किमी दूर केशली गांव में देश की पहली बुलेट ट्रेन के लिए स्टेशन बन रहा है.

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दरअसल, कोरोना काल में लगे लॉकडाउन से पहले अंचेली गांव के स्टेशन पर वेस्टर्न रेलवे ने करीब 16 ट्रेनों को स्टॉपेज दिया हुआ था. लेकिन लॉकडाउन हटने के बाद इस गांव में सिर्फ 11 ट्रेनें रुकती हैं. इससे अंचेली और आसपास के करीब 19 गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

गांव से सूरत वापी समेत अन्य शहर में जो लोग नौकरी के लिए जाते थे. उन्हें महीने के 400 रुपये रेल पास का खर्चा आता था लेकिन अब प्राइवेट गाड़ी से जाने पर अधिक समय के साथ 3000 के करीब खर्चा आता है.


 

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