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EXCLUSIVE: हाइवे पर फर्जी NHAI अफसरों की लूट! रिफ्लेक्टर सर्विस के नाम पर वसूली जा रही मोटी रकम, FIR के आदेश

बिहार-झारखंड सीमा पर एनएच-133E पर बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. खुद को 'नेशनल हाइवे रिफ्लेक्टर सर्विस' का अधिकारी बताकर ठग गाड़ियों से जबरन पैसे वसूल रहे हैं. हर वाहन से 500-500 रुपये की अवैध वसूली के साथ नकली पर्ची भी दी जा रही है. मामला सामने आने के बाद NHAI ने अधिकारियों को ठगों के खिलाफ FIR दर्ज कराने का आदेश दिया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.

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वसूली करने वाले आरोपी लोगों को दे रहे ये पर्ची, मेडिकल किट (Photo: ITG)
वसूली करने वाले आरोपी लोगों को दे रहे ये पर्ची, मेडिकल किट (Photo: ITG)

अगर आप किसी भी काम से बिहार-झारखंड सीमा (भागलपुर-दुमका मार्ग) से गुजरते हैं तो सावधान हो जाइए. खुद को नेशनल हाइवे रिफ्लेक्टर सर्विस का अधिकारी बताकर 6 ठग लोगों से जबरन उगाही करते हैं और पैसे नहीं देने वाले गाड़ी मालिकों को धमकाते हैं.

हर गाड़ी से 500-500 रुपये की अवैध वसूली

सड़क परिवहन-राजमार्ग मंत्रालय के सेफ्टी अथॉरिटी के अधिकारी बताकर ये लोग वहां से गुजरने वाली हर गाड़ी से पांच-पांच सौ रुपये की अवैध वसूली कर रहे हैं. यह अवैध वसूली NH-133E पर इन ठगों द्वारा की जा रही है और इस दौरान पुलिस भी लाचार नजर आई. इन ठगों ने बिहार में रजिस्टर्ड तीन गाड़ियों BR11AN 9461, BR11AW 5335 और BR11PB 7329 से भी पैसों की वसूली की और इन्हें धमकी भी दी.

विश्वास बनाए रखने के लिए ये ठग लोगों से पैसे वसूलने के बाद एक पर्ची भी देते हैं जिस पर National Highway Reflectors लिखा होता है, जबकि राज्य सरकार या केंद्र सरकार की ऐसी कोई एजेंसी नहीं है और दूर-दूर तक इसका नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) से कोई संबंध नहीं है.

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हालांकि NHAI का नाम लेकर ही ये ठग लोगों से पैसों की वसूली कर रहे हैं. इस पर्ची पर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा निर्देशानुसार भी लिखा है, जबकि NHAI टोल टैक्स के अलावा सड़कों पर गाड़ियों से किसी भी अन्य टैक्स की वसूली नहीं करती है. ठगों द्वारा दी गई इस पर्ची की वैलिडिटी भी चार महीने बताई गई है.

National Highway Reflectors के नाम पर वसूली

पर्ची पर जिस National Highway Reflectors का जिक्र किया गया है, वह कोई सर्विस नहीं है बल्कि रोड सेफ्टी की एक छोटी-सी तकनीक होती है. रिफ्लेक्टर दिखने में छोटे लेकिन जरूरी रोड सेफ्टी डिवाइस हैं, जिन्हें कम रोशनी की स्थिति में विजिबिलिटी बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. रिफ्लेक्टर वाहन की हेडलाइट से आने वाली रोशनी को रिफ्लेक्ट करते हैं, जिससे ड्राइवर रात में या खराब मौसम में सड़क की सीमाएं, लेन और ब्रेकर आसानी से देख पाते हैं.

रसीद

हर आने-जाने वाली गाड़ी से इस अवैध वसूली के बदले लोगों में भरोसा बनाए रखने के लिए ये ठग एक सेफ्टी किट भी देते हैं, जिसमें प्राथमिक उपचार की चीजें होती हैं. जब पुलिसकर्मियों से इसकी शिकायत की गई तो उन्होंने बिना कोई कार्रवाई किए सीधे कह दिया कि आप इसके लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से संपर्क कीजिए.

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NHAI ने दिए एफआईआर दर्ज कराने के आदेश

मामला सामने आने के बाद अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने अधिकारियों को इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं.
NHAI ने बिहार और झारखंड के क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश दिया है कि उन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें जो एनएचएआई के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं.

पुलिस

ऐसी अवैध गतिविधि बर्दाश्त के बाहर: NHAI

इसको लेकर एनएचएआई के एक अधिकारी ने कहा, 'ऐसी अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, हम लोगों से अपील करते हैं कि ऐसी अवैध वसूली का शिकार न बनें. एनएचएआई द्वारा 'नेशनल हाईवे रिफ्लेक्टर सर्विस' नाम की कोई सेवा संचालित नहीं की जा रही है, जारी की गई रसीदें नकली हैं और लोगों को इनसे सावधान रहना चाहिए.'

बताया जा रहा है कि यह अवैध वसूली का ठिकाना ड्राइवरों के लिए, खासकर अंतरराज्यीय परिवहन में लगे चालकों के लिए, एक बड़ी परेशानी बन गया है. नियमित यात्रियों का कहना है कि ऐसी गैरकानूनी गतिविधियां न जनता के विश्वास को चोट पहुंचाती हैं.
 

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