मणिपुर में गोलीबारी के तीसरे दिन इंफाल पूर्वी जिले के सनासाबी धान के खेत (मैतेई आबादी वाला क्षेत्र) में किसानों को निशाना बनाकर सशस्त्र उग्रवादियों के हमले का जवाब देते समय 4th महार रेजिमेंट के एक जवान को गोली गई.
मणिपुर के जिरीबाम में शुक्रवार को सशस्त्र आतंकियों के कथित हमले में 31 वर्षीय एक महिला की मौत के बाद इलाके में हिंसा बढ़ गई है. इससे अगले दिन कुंबी पुलिस थाना इलाके के बिष्णुपुर जिले के लाम्पत में धान के खेतों में काम करते वक्त 34 वर्षीय महिला की गोली लगाने से मौत हो गई.
पुलिस ने की पुष्टि
पुलिस ने पुष्टि की कि तीसरे दिन सुबह लगभग 10 बजे संदिग्ध कुकी आतंकवादियों ने यिंगांगपोकपी पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सनासाबी लोकोल (सनासाबी धान का खेत) और थमनापोकपी (एक निकटवर्ती गांव) में धान की कटाई कर रहे किसानों पर हमला किया.
गोलीबारी में एक जवान घायल
इम्फाल पूर्व जिला पुलिस ने 4th महार रेजिमेंट और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 119वीं बटालियन के साथ जवाबी कार्रवाई की, जिससे लगभग 40 मिनट तक चली गोलीबारी हुई.
इंफाल पूर्वी जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘जवाब देने के दौरान एक जवान के बाएं हाथ में गोली लगी, जिनका घटना स्थल पर प्राथमिक उपचार किया गया.
कुकी आतंकियों ने शनिवार रात किया हमला
अधिकारियों ने कहा कि शनिवार रात को थम्नापोकपी और सनासाबी में भी भारी गोलीबारी हुई. संदिग्ध कुकी आतंकियों ने शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे हमला किया जो रविवार देर रात करीब दो बजे तक जारी रहा. हालांकि, किसी के घायल होने की सूचना नहीं है.'
जिला पुलिस के अनुसार, शनिवार को कुकी गांवों के तीन अलग-अलग स्थानों से उग्रवादियों ने रात करीब साढ़े नौ बजे मोंगबुंग गांव (एक मैतेई गांव) पर बम सहित अत्याधुनिक हथियारों से हमला कर दिया.
गोलीबारी रविवार देर रात 2 बजे तक जारी रही और सुबह 4 बजे तक छिटपुट गोलीबारी में बदल गई. इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
वहीं, बिष्णुपुर जिले में सैटन गांव के आसपास शनिवार रात संयुक्त राज्य, केंद्रीय बलों और सशस्त्र आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई.
जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, संयुक्त सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में वर्चस्व बनाए रखा, लेकिन रविवार सुबह तक छिटपुट गोलीबारी जारी रही.