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दिल्ली आतंकी हमला: ब्लास्ट से पहले निजामुद्दीन इलाके की मस्जिद में भी गया था डॉक्टर उमर, वहां पहुंची जांच एजेंसियां

दिल्ली में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने फिदायीन हमलावर डॉक्टर उमर की पहले की गतिविधियों को खंगालना तेज कर दिया है. डीएनए से शव की पहचान और पुष्टि के बाद अब हमले से पहले डॉक्टर उमर फैज़-ए-इलाही मस्जिद के CCTV फुटेज में दिखाई दे रहा है जिसकी जांच की जा रही है. यह मस्जिद तब्लीगी जमात के एक अलग धड़े से जुड़ी बताई जाती है, जिससे मामला और गंभीर हो गया है.

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मस्जिद के सीसीटीवी की जांच कर रही एजेंसी (Photo: Screengrab)
मस्जिद के सीसीटीवी की जांच कर रही एजेंसी (Photo: Screengrab)

दिल्ली में हुए आतंकी हमले के लिए सुरक्षा एजेंसियां डॉक्टर उमर फैज को मुख्य तौर पर जिम्मेदार मान रही है. यही वो शख्स है जो उस कार का चला रहा था जिसमें धमाका हुआ था. इस फिदायीन हमले में डॉक्टर उमर फैज की मौत हो चुकी है और डीएनए टेस्ट के जरिए इसकी पुष्टि भी हो गई है. अब जांच के दौरान डॉक्टर उमर एक मस्जिद के CCTV फुटेज में दिखाई दे रहा है जिसके बाद जांच एजेंसियों की गतिविधि तेज हो गई है. 

फैज़-ए-इलाही मस्जिद पहुंचे जांच अधिकारी

यह मस्जिद तब्लीगी जमात से जुड़े एक ऐसे समूह के अधीन बताई जा रही है, जो कुछ साल पहले मौलाना साद से अलग हो गया था. यहां धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ मेडिकल, शिक्षा और सामाजिक सेवाओं से जुड़े कई प्रोजेक्ट संचालित होते हैं.

सूत्रों के अनुसार, आतंकी डॉक्टर उमर को राजधानी स्थित फैज़-ए-इलाही मस्जिद के CCTV फुटेज में देखा गया है. हालांकि एजेंसियों ने अभी तक इस पर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन मामले में जांच तेज कर दी गई है. फैज़-ए-इलाही मस्जिद दिल्ली में तब्लीगी जमात के एक महत्वपूर्ण धड़े के अंतर्गत संचालित होती है.

यह वही समूह है जिसने कुछ साल पहले मौलाना साद से मतभेद के बाद अलग संगठनात्मक ढांचे के रूप में काम करना शुरू किया था. बताया जा रहा है कि यह मस्जिद दिल्ली में तब्लीगी जमात का निजामुद्दीन मरकज़ के बाद दूसरा सबसे बड़ा केंद्र मानी जाती है, जहां धार्मिक शिक्षण, सामुदायिक कार्यक्रम और सामाजिक गतिविधियाँ नियमित रूप से आयोजित की जाती हैं.

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CCTV फुटेज की जांच कर रही एजेंसी

CCTV फुटेज में डॉक्टर उमर की मौजूदगी सामने आने के बाद एजेंसियों ने मस्जिद प्रशासन से भी संपर्क किया है. जांच टीमें फुटेज की तकनीकी जांच कर रही हैं ताकि पुष्टि की जा सके कि दिखाई देने वाला व्यक्ति वास्तव में वही है या नहीं. जांच अधिकारी इस बात की भी पड़ताल कर रहे हैं कि वह वहां किस उद्देश्य से आया था और उससे पहले या बाद में किससे संपर्क में रहा.

जांच एजेंसियों का देंगे पूरी मदद: मस्जिद प्रबंधन

मस्जिद प्रबंधन ने साफ किया है कि उनके सभी कार्यक्रम सामाजिक, शैक्षणिक और धार्मिक गतिविधियों पर केंद्रित होते हैं और किसी भी अवैध गतिविधि की जानकारी उन्हें नहीं है. उन्होंने जांच एजेंसियों को पूर्ण सहयोग देने की बात कही है. फिलहाल एजेंसियों ने जगह का निरीक्षण किया है और आसपास के CCTV कैमरों से भी डेटा जुटाया जा रहा है. फुटेज की पुष्टि होते ही इस मामले में आगे कार्रवाई की दिशा तय होगी. बता दें कि इस धमाके में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है.
 

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