देश की राजधानी दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में आज यानी 26 अक्टूबर को प्रदूषण से कुछ राहत मिली है. हालांकि, पिछले दिनों से तुलना करें तो शुक्रवार के मुकाबले दिल्ली के एक्यूआई में मामूली कमी आई है. वहीं, बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जोरों पर है. दिल्ली में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रैप 2 भी लागू है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा अपडेट के मुताबिक, आज सुबह 8 बजे के करीब दिल्ली का औसत एक्यूआई 228 मापा गया है और अधिकतर इलाकों का एक्यूआई भी 200 के पार बना हुआ है. हालांकि, आज कहीं भी 400 के पार आंकड़ा नहीं गया है.
NCR में भी बिगड़ने लगी हवा
कैसी है आपके शहर की एयर क्वालिटी, यहां कीजिए चेक
| दिल्ली के इलाके | AQI |
| अलीपुर | 245 |
| आनंद विहार | 367 |
| अशोक विहार | 242 |
| आया नगर | 186 |
| बवाना | 255 |
| बुराड़ी | - |
| चांदनी चौक | 186 |
| DTU | 199 |
| डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज | 218 |
| द्वारका सेक्टर-8 | 228 |
| आईजीआई एयरपोर्ट | 191 |
| दिलशाद गार्डन | 213 |
| आईटीओ | 204 |
| जहांगीरपुरी | 276 |
| जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम | 178 |
| मेजर ध्यान चंद स्टेडियम | 224 |
| मंदिर मार्ग | 215 |
| मुंडका | 300 |
| द्वारका एनएसआईटी | 364 |
| नजफगढ़ | 182 |
| नरेला | 215 |
| नेहरू नगर | 246 |
| नॉर्थ कैंपस | 206 |
| ओखला फेस-2 | 205 |
| पटपड़गंज | 232 |
| पंजाबी बाग | 246 |
| पूसा DPCC | 213 |
| पूसा IMD | 187 |
| आरके पुरम | - |
| रोहिणी | 239 |
| शादीपुर | 325 |
| सिरीफोर्ट | 205 |
| सोनिया विहार | 238 |
| अरबिंदो मार्ग | 170 |
| विवेक विहार | 249 |
| वजीरपुर | 274 |
कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी?
अगर किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’माना जाता है, अगर किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है. अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. इसी के आधार पर दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप श्रेणी की पाबंदियां लगाई जाती हैं. आपको बता दें ग्रैप-2 लागू होने के बाद 5 प्रमुख पाबंदियां भी लग गई हैं.
क्या होता है ग्रैप?
ग्रैप का मतलब GRAP से है. GRAP का फुल फॉर्म ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान है. ये सरकार की एक योजना है, जिसे दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ बनाया गया है. इस प्लान के जरिए प्रदूषण को कंट्रोल किया जाता है. दरअसल, इसके कई चरण हैं और ये चरण भी बढ़ते प्रदूषण के साथ बढ़ते जाते हैं. जैसे जैसे चरण बढ़ते हैं, वैसे वैसे दिल्ली में पाबंदियां भी बढ़ती जाती हैं.
GRAP के 4 चरण होते हैं
डीजल जनरेटर चलने पर रोक लगेगी.