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दिल्ली-NCR के लोगों को प्रदूषण से राहत, कई इलाकों में 200 से कम AQI, देखें लिस्ट

Delhi Pollution: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा अपडेट के मुताबिक, आज सुबह 8 बजे के करीब दिल्ली का औसत एक्यूआई 228 मापा गया और अधिकतर इलाकों का एक्यूआई भी 200 के पार बना हुआ है. हालांकि, आज कहीं भी 400 तक नहीं गया है.

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Delhi AQI
Delhi AQI

देश की राजधानी दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में आज यानी 26 अक्टूबर को प्रदूषण से कुछ राहत मिली है. हालांकि, पिछले दिनों से तुलना करें तो शुक्रवार के मुकाबले दिल्ली के एक्यूआई में मामूली कमी आई है. वहीं, बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जोरों पर है. दिल्ली में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रैप 2 भी लागू है.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा अपडेट के मुताबिक, आज सुबह 8 बजे के करीब दिल्ली का औसत एक्यूआई 228 मापा गया है और अधिकतर इलाकों का एक्यूआई भी 200 के पार बना हुआ है. हालांकि, आज कहीं भी 400 के पार आंकड़ा नहीं गया है.

NCR में भी बिगड़ने लगी हवा

  • ग्रेटर नोएडा- 214
  • गाजियाबाद- 204
  • नोएडा- 178
  • गुरुग्राम- 131
  • फरीदाबाद-128

कैसी है आपके शहर की एयर क्वालिटी, यहां कीजिए चेक 

दिल्ली के इलाके AQI
अलीपुर 245
आनंद विहार 367
अशोक विहार 242
आया नगर 186
बवाना 255
बुराड़ी -
 चांदनी चौक 186
DTU 199
डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज 218
द्वारका सेक्टर-8 228
आईजीआई एयरपोर्ट 191
दिलशाद गार्डन 213
आईटीओ 204
जहांगीरपुरी 276
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम 178
मेजर ध्यान चंद स्टेडियम 224
मंदिर मार्ग 215
मुंडका 300
द्वारका एनएसआईटी 364
नजफगढ़ 182
नरेला 215
नेहरू नगर 246
नॉर्थ कैंपस 206
ओखला फेस-2 205
पटपड़गंज 232
पंजाबी बाग 246
पूसा DPCC 213
पूसा IMD 187
आरके पुरम -
रोहिणी 239
शादीपुर 325
सिरीफोर्ट 205
सोनिया विहार 238
अरबिंदो मार्ग 170
विवेक विहार 249
वजीरपुर 274


कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी?

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अगर किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’माना जाता है, अगर किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है. अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. इसी के आधार पर दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप श्रेणी की पाबंदियां लगाई जाती हैं. आपको बता दें ग्रैप-2 लागू होने के बाद 5 प्रमुख पाबंदियां भी लग गई हैं.

क्या होता है ग्रैप?

ग्रैप का मतलब GRAP से है. GRAP का फुल फॉर्म ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान है. ये सरकार की एक योजना है, जिसे दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ बनाया गया है. इस प्लान के जरिए प्रदूषण को कंट्रोल किया जाता है. दरअसल, इसके कई चरण हैं और ये चरण भी बढ़ते प्रदूषण के साथ बढ़ते जाते हैं. जैसे जैसे चरण बढ़ते हैं, वैसे वैसे दिल्ली में पाबंदियां भी बढ़ती जाती हैं.

GRAP के 4 चरण होते हैं

  • जब दिल्ली में हवा 201 से 300 एक्यूआई तक खराब होती है तो पहला चरण लागू किया जाता है.
  • इसके बाद अगर हवा ज्यादा खराब होती है और एक्यूआई 301 से 400 तक पहुंच जाता है तो इसका दूसरा चरण लागू हो जाता है.
  • अगर हवा ज्यादा खराब हो जाए यानी एक्यूआई 400 से भी ज्यादा हो जाए तो तीसरा चरण लगता है.
  • हालात ज्यादा खराब होने पर GRAP का चौथा लेवल लागू कर दिया जाता है.
  • दिल्ली-NCR में ग्रैप-2 के तहत ये पाबंदियां लागू

डीजल जनरेटर चलने पर रोक लगेगी.

  • प्राइवेट गाड़ियों के इस्तेमाल को कम करने के लिए पार्किंग फीस को बढ़ाया जाएगा.
  • प्रतिदिन सड़कों पर मैकेनिकल/वैक्यूम स्वीपिंग और पानी का छिड़काव होगा.
  • सीएनजी-इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो की सर्विस को बढ़ाया जाएगा. 
  • RWA अपने सिक्योरिटी गार्ड को हीटर देंगी ताकि वे गर्माहट के लिए कूड़ा, लकड़ी या कोयला न जलाएं. 
  • नैचुरल गैस, बायो गैस, एलपीजी से चलने वाले जेनरेटर चल सकेंगे.
  • 800kwa से अधिक क्षमता वाले जेनरेटर तभी चल सकेंगे जब वह रेट्रोफिटिंग करवाएंगे.
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