पूरे देश में कोरोना कहर बरपा रहा है. फिलहाल 12 राज्यों में कोरोना वायरस के उपचाराधीन मरीजों की संख्या एक लाख से अधिक है जबकि सात राज्यों में यह संख्या 50 हजार से एक लाख के बीच है. शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश के 24 राज्यों में फिलहाल 15 फीसदी से अधिक संक्रमण दर है और नौ राज्यों में यह दर पांच से 15 फीसदी के बीच है. मंत्रालय ने बताया कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और छत्तीसगढ़ उन राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल हैं जहां कोविड-19 के रोजाना मामलों में लगातार कमी आ रही है.
मंत्रालय ने बताया कि बहरहाल, कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और ओडिशा उन राज्यों में शामिल हैं जहां संक्रमण की दर बढ़ रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा कि जो लाभार्थी कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे हैं उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए और अनुशंसित टीकाकरण कार्यक्रम को समय पर पूरा किया जाए.
दिल्ली में लगभग 20 हजार मामले
दिल्ली में कोरोना संक्रमण ने तबाही मचा रखी है. बीते 24 घंटे में कोरोना के लगभग 20 हजार मामले सामने आए हैं, जबकि लगभग साढ़े तीन सौ लोगों की मौत हुई है. वहीं 19 हजार से ज्यादा लोग ठीक भी हुए हैं. शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 19832 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 341 लोगों की जानें गई हैं. वहीं इतने ही समय में 79593 टेस्ट भी किए गए हैं. जबकि 19085 संक्रमित लोग रिकवर या डिस्चार्ज हुए हैं. डेटा के मुताबिक संक्रमण दर - 24.92% है, जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या 91035 है.
महाराष्ट्र में 54022 नए मामले, 898 की मौत
देश में कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 54,022 नए मामले दर्ज किए गए. इसके साथ ही इस अवधि में 37,386 कोरोना संक्रमित ठीक हुए और 898 मरीजों की मौत हो गई. राज्य में अब कोरोना के कुल मामले 49 लाख 96 हजार 758 हो गए है . इनमें से 42 लाख 65 हजार 326 लोग ठीक हो चुके हैं. वहीं, छह लाख 54 हजार 788 सक्रिय मामले हैं. प्रदेश में अब तक कोरोना के चलते कुल 74,413 लोगों की जान जा चुकी है.
यूपी में 28 हजार से ज्यादा मामले
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 28,076 नए संक्रमित मरीज मिले हैं. वहीं 372 संक्रमित मरीजों की मौत हुई है. उत्तर प्रदेश में अब तक कुल चार करोड़ 25 लाख 649 टेस्ट हो चुके हैं. बीते 24 घंटे में 2,41, 403 टेस्ट हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग के आकंड़ों के अनुसार प्रदेश में लखनऊ में 25, कानपुर में 31 और हापुड़ में 30 मरीजों की मौत हुई है. पिछले 24 घंटे में 33,117 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं. प्रदेश में इस समय 2,54,118 कुल एक्टिव केस हैं. पिछले 24 घंटे में 33,117 संक्रमित मरीज ठीक होकर अस्पताल से घर पहुंच गए.
मध्य प्रदेश में 11,708 नए मामले
मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 11,708 नए मामले सामने आए है. वहीं, इस दौरान 4815 रिकवरी और 84 मौतें दर्ज की गई है. जबकि, कुल मामले 6,49,114, कुल मृत्यु 6,244, सक्रिय मामले 95,423 और कुल रिकवरी 5,47,447 दर्ज हुई है.
बिहार में 13,466 नए केस
बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. राज्य में शुक्रवार को 13,466 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है. राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 62 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई है. हालांकि एक दिन पहले यानी गुरुवार को 15,126 नए मरीज मिले थे, जबकि 90 संक्रमितों की मौत हुई थी. राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को मिले मरीजों में पटना में सर्वाधिक 2,410 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई. पटना सहित 10 जिलों में 500 से अधिक नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले. पटना के अलावा भागलपुर 512, गया में 517, मुंगेर में 603, मुजफ्फरपुर में 630, नालंदा में 548, सारण में 509, सुपौल में 513, वैशाली में 509 और पश्चिमी चंपारण में 537 नए कोरोना संक्रमित मिले.
पंजाब में 8367 नए केस
पंजाब में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 8367 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, इस दौरान 4976 डिस्चार्ज और 165 मौतें दर्ज की गई है. जबकि, कुल मामले 4,24,647, कुल रिकवरी 3,44,779, कुल मृत्यु 10,144 और सक्रिय मामले 69,724 दर्ज हुई है.
हरियाणा में 13867 नए केस
हरियाणा में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 13,867 नए मामले दर्ज किए गए. इस दौरान 13,584 मरीज ठीक हुए और 162 की मौत हो गई. राज्य में अब कोरोना के कुल मामलों की संख्या पांच लाख 87 हजार 682 हो गई है. इनमें से चार लाख 66 हजार 420 लोग ठीक हो चुके हैं और एक लाख 15 हजार 963 सक्रिय मामले हैं. राज्य में अब तक कोरोना के चलते 5299 लोगों की जान जा चुकी है.
ऑक्सीजन सप्लाई के लिए केंद्र ने निकाला हल
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पूरे देश में कोरोना महामारी के चलते ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी खबर आ रही है. सभी राज्यों में उनकी ज़रूरत के हिसाब से ऑक्सिजन की सप्लाई करना केंद्र सरकार के लिए एक बड़ी मुसीबत बनी हुई हैं .
देश में ऑक्सिजन की कमी को देखते हुए मोदी सरकार ने NHAI ( national Highway authority of India) और DRDO को लगभग 581 ज़िलों में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगाने की जिम्मेदारी दी है.
सूत्रों की माने तो ट्रांसपोर्ट मंत्रालय अंतर्गत काम कर रहे NHAI ने अपने क्षेत्रीय अधिकारियों को 581 प्लांट लगाने के सभी तैयारियां करने के आदेश दे दिए हैं. सूत्रों की माने तो सबसे पहले उन राज्यों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे जहां ऑक्सीजन सप्लाई में कमी है.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि मंत्रालय ने कुछ प्रमुख हाइवे कन्स्ट्रक्शन कम्पनियों के अपफील्ड कर्मचारियों को लेने के लिए भी कहा है. सूत्रों की माने तो सरकार को उम्मीद हैं अगले दस से पंद्रह दिनो में देश में ऑक्सिजन की कमी ख़त्म हो जायेगी.
नोएडा स्टेडियम में कल से शुरू होगा कोविड हॉस्पिटल
नोएडा स्टेडियम में बन रहा कोविड-19 अस्पताल 08 मई से शुरू हो जाएगा. इस पूरे सेटअप को गुजरात की एक कंपनी तैयार कर रही है. अस्पताल में कुल 50 बेड तैयार किए जा रहे हैं. जिसमें 5 वेंटिलेटर बेड का इंतजाम भी होगा. ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा होगी फिलहाल 380 जन सिलेंडर इस अस्पताल के लिए मुहैया करा दिए गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोविड छात्रवृत्ति की मांग की
वैश्विक कोरोना महामारी के बीच पूरे भारत में फैली अव्यवस्थाओं के चलते देश और प्रदेश की भाजपा सरकार की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. आलम ये है कि कोविड आपदा को लेकर सरकार के नुमाइंदे भी देश की सरकार से तरह तरह की मांग कर रहे हैं. मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर के लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी ने भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोविड छात्रवृत्ति की मांग की है.
उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखते हुए कहां है कि आपके कुशल नेतृत्व में कोविड-19 के नियंत्रण को लेकर प्रभावशाली प्रबंधन अनवरत किए जा रहे हैं. आपके द्वारा पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद भी की जा रही है. इसी क्रम में यह कहना है कि कोविड-19 से हो रही मौतों की वजह से कई परिवारों पर रोजी-रोटी की समस्या आ सकती है. साथ ही अभिभावकों के मौत की वजह से स्कूल और कॉलेज में पढ़ रहे छात्र और छात्राओं की फीस इत्यादि देने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. अंतः कोविड-19 से जिन अभिभावकों की मृत्यु हुई है और उनके बच्चे यदि विद्यार्थी हों तो सरकार उन्हें कोविड छात्रवृत्ति दे कर कुछ राहत प्रदान कर सकती है. इस संदर्भ में विस्तृत नियम बनाए जा सकते हैं. जिससे एकमात्र कमाने वाले अभिभावक की मृत्यु के उपरांत पढ़ने वाले विद्यार्थियों की शिक्षा में व्यवधान न आने पाए.
भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी ने अपने लेटर पैड पर इस मुद्दे को लिखित रूप में प्रधानमंत्री मोदी को भेजा है. गौरतलब है कि कोविड आपदा में मृतक परिवारों की सहायता को लेकर विपक्ष भाजपा सरकार पर हमलावर है. ऐसे में भाजपा विधायक की ये मांग विपक्ष के लिए भी एक अच्छा मुद्दा है, फिलहाल इस पत्र को लेकर सियासी हल्के में चर्चा गर्म है.
इनपुट-नई दिल्ली से पंकज जैन, भोपाल से रवीश पाल, मुंबई से साहिल, लखनऊ से कुमार अभिषेक, सुल्तानपुर से आलोक श्रीवास्तव, नोएडा से तनसीम हैदर, दिल्ली से हिमांशु मिश्रा..