ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में अब तक 280 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. आर्मी, एयरफोर्स सहित कई टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं. काकद्वीप के मधुसूदनपुर पंचायत क्षेत्र के 15 लोग और बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के श्रीनगर पंचायत क्षेत्र के 5 लोग कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार थे. ये सभी काम के लिए केरल जा रहे थे.
इनमें दो की पहचान मधुसूदनपुर पंचायत क्षेत्र निवासी 32 वर्षीय मैजुद्दीन शेख के रूप में हुई, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई. श्रीनगर पंचायत क्षेत्र निवासी 25 वर्षीय हसीबुल मोल्ला की भी मौके पर ही मौत हो गई. शेष 18 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, उनका इलाज चल रहा है.

कोरोमंडल एक्सप्रेस की टक्कर में बालीघाट पुरवापारा धनगरा मालदा के रहने वाले 23 वर्षीय मशरकुल की मौत हो गई. वह चेन्नई में काम करने जा रहा था.
बीती रात जब हादसे की खबर सामने आई तो मशरकुल के माता-पिता, पत्नी और 6 साल के बेटे सहित परिवार को चिंता सताने लगी. इसके बाद सुबह पता चला कि हादसे में मशरकुल की मौत हो गई. मशरकुल परिवार का इकलौता कमाने वाला था.

विपक्ष ने हादसे के लिए सिग्नलिंग सिस्टम की विफलता को ठहराया जिम्मेदार
विपक्षी दल के नेताओं ने ओडिशा ट्रेन हादसे में 200 से अधिक यात्रियों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए रेलवे की सिग्नलिंग प्रणाली पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि इसी सिस्टम की वजह से हादसा हुआ.
बता दें कि शुक्रवार को बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर में 280 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए.
टीएमसी के प्रवक्ता ने कहा- घटना को लेकर उठ रहे कई सवाल
टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले ने ट्वीट कर कहा कि, 'ओडिशा में कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंतपुर-हावड़ा ट्रेन दुर्घटना की दुखद खबर सुनकर स्तब्ध और व्यथित हूं. हादसे का शिकार हुए लोगों और उनके परिवारों के लिए मेरी प्रार्थना ... सिग्नल सिस्टम की विफलता के कारण 3 ट्रेनें हादसे का शिकार हो गईं, यह बेहद दुखद है. घटना को लेकर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं, जिनका जवाब दिए जाने की जरूरत है.'
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वहीं भाकपा (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भी यही सवाल उठाया. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'क्या भारतीय रेलवे में अब कोई सिग्नल और सिक्योरिटी सिस्टम नहीं है? पीड़ितों और उन परिवारों को जवाब दिया जाना चाहिए, जिन्होंने हादसे में अपनों को खो दिया.'
सरकार केवल लग्जरी ट्रेनों पर केंद्रित कर रही ध्यान
सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम ने इस घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है. विश्वम ने एक ट्वीट में कहा, 'सरकार केवल लग्जरी ट्रेनों पर ध्यान केंद्रित करती है. आम लोगों की ट्रेनों की उपेक्षा की जाती है. ओडिशा में हुआ हादसा इसी का परिणाम है. रेल मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. केवल लक्जरी ट्रेनों पर ध्यान केंद्रित नहीं होना चाहिए.'
भाजपा ने अपने सभी कार्यक्रम किए स्थगित
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक ट्वीट में कहा कि दुर्घटना के मद्देनजर भाजपा ने केंद्र में अपनी सरकार के नौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में अपने सभी कार्यक्रमों को स्थगित करने का फैसला किया है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने ओडिशा में ट्रेन हादसे पर दुख व्यक्त किया.