अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा जताने की एक और कोशिश में चीन ने इस पूर्वोत्तर राज्य की कई जगहों के नाम बदल दिए हैं. चीन की इस हिमाकत पर भारत सरकार ने कड़ा विरोध जताया है.
भारत सरकार ने चीन की इस हिमाकत पर फटकार लगाते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है. विदेश मंत्रालय ने चीन की इस हरकत की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हमें पता चला है कि चीन भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों के नाम बदलने के अपने फर्जी और बेतुके प्रयासों में लगा हुआ है. हम अपने सैद्धांतिक रुख को ध्यान में रखते हुए इस तरह के प्रयासों को साफतौर पर खारिज करते हैं. जबरन नाम बदलने से वास्तविकता नहीं बदलेगी. अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग था, है और हमेशा रहेगा.
इससे पहले अप्रैल महीने में भी चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 30 जगहों का नाम बदल दिए थे. चीन ने जिन 30 स्थानों का नाम बदला उनमें 12 पहाड़, चार नदियां, एक झील, एक पहाड़ी दर्रा, 11 आवासीय क्षेत्र और जमीन का एक टुकड़ा शामिल था. चीन ने इन नामों को चीनी अक्षरों में लिखा था.

2017 में, बीजिंग ने अरुणाचल प्रदेश में छह स्थानों के लिए स्टैंडर्डाइज्ड नामों की सूची जारी की थी. इसके बाद 2021 में 15 स्थानों वाली दूसरी सूची जारी की गई थी, जिसमें 2023 में 11 अतिरिक्त स्थानों के नाम वाली एक और सूची जारी की गई थी. इस बीच, भारत ने अरुणाचल प्रदेश में क्षेत्रों पर दावा करने के चीन के प्रयास को अस्वीकार करते हुए कहा था कि अरुणाचल देश का अभिन्न अंग है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उस समय कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर आज मैं आपके घर का नाम बदल दूं तो क्या वह मेरा हो जाएगा? अरुणाचल प्रदेश भारत का राज्य था, है और हमेशा रहेगा. नाम बदलने से कोई असर नहीं पड़ता. हमारी सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात है.