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'बंगाल सरकार केंद्र से मांगें अर्धसैनिक बल, बयानबाजी से परहेज करें नेता', कलकत्ता हाईकोर्ट का आदेश

पश्चिम बंगाल में रामनवमी के दिन भड़की हिंसा की आग अब भी धधक रही है. हुगली के रिसड़ा में हो रही हिंसक घटनाओं के बीच अब कलकत्ता हाईकोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से रिसड़ा और शिवपुर में केंद्रीय बलों की तैनाती करने के लिए कहा है.

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कलकत्ता हाईकोर्ट (फाइल फोटो)
कलकत्ता हाईकोर्ट (फाइल फोटो)

पश्चिम बंगाल के हावड़ा, हुगली जिले में रामनवमी के दिन निकली शोभा यात्रा के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. हुगली जिले के रिसड़ा में अब भी शांति स्थापित नहीं पाई है. इसे लेकर अब कलकत्ता हाईकोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को रिसड़ा और शिवपुर में केंद्रीय बलों की तैनाती के आदेश दिए हैं.

कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार को ये आदेश दिया है कि वो केंद्रीय बलों की मांग करे. कलकत्ता हाईकोर्ट ने इसके साथ ही हनुमान जयंती के दिन निकलने वाली शोभा यात्रा को लेकर भी बड़ा आदेश दिया है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा है कि हनुमान जयंती के दिन सुरक्षा-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रहे.

कलकत्ता हाईकोर्ट ने ये भी कहा है कि अगर जरूरत हो तो हनुमान जयंती के दिन निकलने वाली शोभा यात्रा के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की जाए. कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा है कि हनुमान जयंती के दिन उन इलाकों में शोभा यात्रा नहीं निकाली जा सकेगी, जिन इलाकों में धारा 144 लागू होगी.

गौरतलब है कि विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता रामनवमी के दिन हुई हिंसा के बाद से ही प्रभावित इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कर रहे हैं. कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी अब इसके आदेश दे दिए हैं. कलकत्ता हाईकोर्ट ने ये भी कहा कि राजनीतिक दलों के नेता हनुमान जयंती को लेकर कोई भी टिप्पणी करने से परहेज करें. कलकत्ता हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद बीजेपी के प्रवक्ता अमित मालवीय ने ट्वीट कर ममता सरकार पर हमला बोला.

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हनुमान जयंती को लेकर गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

रामनवमी के दिन पश्चिम बंगाल, बिहार समेत कई राज्यों में हुई हिंसा की घटनाओं को देखते हुए गृह मंत्रालय भी एक्टिव मोड में आ गया है. गृह मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी जारी कर ये सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि हनुमान जयंती पर कानून व्यवस्था बनी रहे. गृह मंत्रालय ने सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने वाली चीजों की मॉनिटरिंग करने के लिए भी कहा है.

रामनवमी के दिन भड़की थी हिंसा

गौरतलब है कि रामनवमी के दिन पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के शिवपुर, हुगली जिले के रिसड़ा समेत कई इलाकों में हिंसा भड़क उठी थी. रामनवमी के दिन दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए थे और आगजनी की घटनाएं भी हुई थीं. हिंसा की इन घटनाओं को लेकर विपक्षी बीजेपी ने पश्चिम बंगाल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. बीजेपी ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया था.

हिंसा को लेकर गृह मंत्रालय ने भी मांगी रिपोर्ट

गौरतलब है कि रामनवमी के दिन से शुरू हुई हिंसा को लेकर सूबे की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं. गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से कानून-व्यवस्था को लेकर रिपोर्ट मांगी है. गृह मंत्रालय ने बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार की ओर से गृह मंत्री को लिखी चिट्ठी के बाद राज्य सरकार से इसे लेकर रिपोर्ट मांगी. बता दें कि रामनवमी के दिन 30 मार्च को हिंसा शुरू हुई थी. रिसड़ा में आज सुबह भी हिंसक झड़प की घटना हुई थी. 

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