
मेघालय के जिस अस्पताल में 1925 में एटीएम के आविष्कारक जॉन एड्रियन शेफर्ड बैरन (John Adrian Shepherd-Barron) का जन्म हुआ था, वहां अब जाकर पहली ATM मशीन लगी है. अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में एसबीआई (SBI) का एटीएम लगाया गया है. ये एटीएम डॉ. एच. गॉर्डन रॉबर्ट्स हॉस्पिटल में इंस्टाल लगाया गया है. इस अस्पताल को अगली साल 100 साल पूरे हो जाएंगे.
अस्पताल के मेडिकल सुप्रिंटेंडेंट डॉ. रोकेन नॉनग्रूम ने न्यूज एजेंसी को बताया, "एटीएम के लिए एसबीआई को अर्जी दी गई थी, जिसके बाद 7 अगस्त को यहां मशीन लगाई गई है. अगले साल हमारे अस्पताल की स्थापना के 100 साल पूरे होने से ठीक एक साल पहले ये मशीन लगाई गई है."
उन्होंने कहा कि अस्पताल में एटीएम होने से अब मरीजों के परिजनों और स्टाफ के लोगों को काफी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, "हमारी अर्जी मानने के लिए हम बैंक के अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हैं. ये एटीएम इसलिए खास है क्योंकि इसी अस्पताल में 96 साल पहले मशीन के आविष्कारक का जन्म हुआ था."
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1965 में हुआ था एटीएम का आविष्कार
शेफर्ड बैरन का जन्म शिलॉन्ग के इसी अस्पताल में 23 जून 1925 को हुआ था. भारत में जन्मे ब्रिटिश मूल के शेफर्ड बैरन ने 1965 में एटीएम मशीन बनाने का आइडिया आया था. उन्हें ये आइडिया चॉकलेट बार की मशीन देखने के बाद आया था.
दुनिया में पहली एटीएम मशीन 1967 में लंदन में लगाई गई थी. उस वक्त के पॉपुलर टीवी शो के स्टार रेग वैर्नी एटीएम से पैसे निकालने दुनिया के पहले शख्स थे. शेफर्ड बैरन का निधन 2010 में स्कॉटलैंड में हो गया था.