मणिपुर के बिश्नुपुर जिले में शुक्रवार शाम असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले के सिलसिले में शनिवार को दो व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया गया. इस हमले में दो जवान शहीद हो गए थे, जबकि पांच अन्य घायल हो गए थे. पुलिस ने बताया कि हमलावरों द्वारा इस्तेमाल किए गए संदिग्ध वाहन को भी बरामद कर लिया गया है.
मणिपुर पुलिस ने शनिवार देर रात एक बयान में कहा, 'नंबोल सबल लीकाई में हुई घटना के बाद सुरक्षाबलों ने शांतिपुर और इशोक इलाकों में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया. इस दौरान दो व्यक्तियों को आगे की जांच के लिए हिरासत में लिया गया है.'
'हमले में इस्तेमाल होने वाला वाहन बरामद'
बयान में आगे कहा गया कि हमले में इस्तेमाल होने वाली सिल्वर-ब्लू कलर की मारुति वैन को घटना स्थल से लगभग 10 किलोमीटर दूर इंफाल वेस्ट जिले के मूतुम यांगबी से बरामद कर लिया गया है.
पुलिन के अनुसार, शुरुआती जांच में वाहन के कई पूर्व मालिकों की पहचान हो चुकी है. जांच एजेंसियां और ज्यादा जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रही हैं.
हमले में 2 जवान शहीद
दरअसल, शुक्रवार को 33 असम राइफल्स के सैनिकों का एक काफिला नेशनल हाईवे-2 पर पटसोई कंपनी ऑपरेटिंग बेस से नंबोल कंपनी ऑपरेटिंग बेस की ओर जा रहा था. इसी दौरान अज्ञात आतंकियों ने काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया, जिसके जवाब में हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए. हालांकि, अभी तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन सुरक्षबल को नौ प्रतिबंधित मैतेई आतंकी समूहों पर शक है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहीद जवानों की पहचान नायब सूबेदार श्याम गुरुंग और राइफलमैन रंजीत सिंह कश्यप के रूप में हुई है. घायल सैनिकों को तुरंत निकासी देकर रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.