असम की हिमंता बिस्वा सरमा सरकार का कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है. इसके लिए 7 दिसंबर की तारीख मुकर्रर की गई है. मुख्यमंत्री ने बताया कि चार विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इससे मौजूदा मंत्रियों पर पड़े भारी बोझ को कम किया जा सकेगा, और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को मजबूत करने पर जोर होगा.
यह फैसला 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले हाल ही में हुए उपचुनावों के नतीजों के बाद लिया जा रहा है, जो राज्य की राजनीतिक स्थिति में नए आयाम जोड़ने वाला साबित हुआ है. अभी राज्य कैबिनेट में 16 सदस्य हैं, जिनमें मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी शामिल हैं. विस्तार के बाद कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 20 हो जाएगी.
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चार विधायक
सीएम सरमा ने एक्स पर जानकारी देते हुए चार विधायकों को बधाई दी और उनके नाम बताए, "प्रशांत फूकन, कौशिक राय, कृष्णेंदु पॉल, रूपेश गोआला को को मेरी शुभकामनाएं!"
क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व पर जोर
उपचुनावों के नतीजे ने राजनीतिक समीकरणों में बदलाव के रास्ते खोले हैं, जिसके बाद सीएम सरमा द्वारा कैबिनेट विस्तार का ऐलान किया गया है. सीएम सरमा के कैबिनेट विस्तार से राजनीतिक लाभ लेने की भी कोशिश होगी, जहां मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व से पार्टी को ग्राउंड लेवल पर मजबूती मिल सकती है.
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राजनीतिक लाभ लेने की रणनीति
मसलन, यह फेरबदल न सिर्फ एक प्रशासनिक फैसले हैं, बल्कि यह एक रणनीतिक कदम भी है जो राजनीतिक प्राथमिकताओं को चुनावी अनिवार्यताओं के साथ समर्पित करता है. इस कदम के जरिए असम सरकार न सिर्फ अपने शासन को मजबूत कर सकेगी, बल्कि आगामी चुनावों में जनता का भरोसा जीतने की रणनीति भी बना रही है.