पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के बाद अब नजरें लोकसभा चुनावों पर हैं. वहीं इसके ठीक बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव होने हैं. पंजाब के बाद आम आदमी पार्टी हरियाणा में भी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. वहीं लोकसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन के तहत सीटों का बंटवारा होने की बात सामने आई है. आम आदमी पार्टी सुशील गुप्ता ने इस बारे में जानकारी दी है.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव को देखते हुए AAP का मिशन 2024 भी तेज हो चला है. पार्टी इस महीने वहां, बदलाव यात्रा शुरू करने जा रही है.बीते महीने नवंबर में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली और पंजाब के बाद 2024 में हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी.
उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी का संगठन हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा से भी बड़ा है. सीएम ने कहा कि पीएम मोदी इसी बात से घबराते हैं कि AAP स्पीड से बढ़ रही है और दूसरी पार्टी का सूपड़ा साफ हो जाएगा. मोदी जी केजरीवाल या AAP से नहीं बल्कि जनता की ताकत से घबराते हैं.
केजरीवाल ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहना चाहता हूं कि मोदी जी अगर आप भ्रष्टाचार के खिलाफ असल में लड़ रहे होते तो सबसे पहले अरविंद केजरीवाल आपका सपोर्ट करता. मुझे आम आदमी पार्टी से प्यार नहीं है मैं देश के लिए आया हूं.
दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद केजरीवाल हिंदी बेल्ट के तीनों राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में AAP का जनाधार बढ़ाने की कोशिश में लगे हुए थे, लिहाजा उन्होंने तीनों राज्यों में 200 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा था. मध्य प्रदेश में आप ने 70 से ज्यादा सीटों पर, राजस्थान में 88 और छत्तीसगढ़ में 57 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. केजरीवाल ने दिल्ली-पंजाब की तरह इन राज्यों में भी मुफ्त बिजली-पानी और शिक्षा का वादा किया था. कई रैलियों और रोड शो के बावजूद AAP को कोई फायदा नहीं मिला. तीनों ही राज्यों में AAP का खाता नहीं खुला. अब इन तीन राज्यों के बाद पार्टी ने हरियाणा की ओर रुख किया है.