scorecardresearch
 

Rajya Sabha election: MVA की बैठक में नहीं पहुंचे 34 विधायक, SP विधायक की उद्धव को खरी-खरी

समाजवादी पार्टी के दोनों विधायक महाविकास अघाड़ी की बैठक में नहीं आए. साथ ही बहुजन विकास अघाड़ी का सरकार को बाहर से समर्थन है, लेकिन अभी ये तय नहीं हुआ है कि वह MVA के उम्मीदवार को वोट करेंगे या नहीं.

Advertisement
X
2019 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार के गठन के बाद एमवीए की ये पहली बड़ी बैठक थी.
2019 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार के गठन के बाद एमवीए की ये पहली बड़ी बैठक थी.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • AIMIM ने दिया एमवीए गठबंधन को बातचीत करने का ऑफर
  • बीजेपी भी निर्दलीयों और छोटे दलों के सहारे, होटल में रखे विधायक

महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार ने अपना चौथा उम्मीदवार जिताने के लिए पूरी ताकत लगा दी है. मंगलवार को MVA के सभी वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में मुंबई के ट्राइडेंट होटल में एक अहम बैठक बुलाई गई और इसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की गई. हालांकि, इस बैठक से एमवीए के 34 विधायक नदारद रहे. वहीं, सपा के एक विधायक की नाराजगी भी सामने आई है.

मुंबई में एमवीए की बैठक में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ छोटे दल और समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक भी शामिल थे. वैसे तो MVA सरकार कुल 169 विधायकों का बहुमत होने का दावा कर रही है, लेकिन मीटिंग में कुल 135 विधायक मौजूद होने की जानकारी मिली है. जिसमें शिवसेना के 45, कांग्रेस के 35, एनसीपी के 42 और 13 निर्दलीय विधायक शामिल थे.

शिवसेना ने कहा- औरंगाबाद की सभा में लगे हैं विधायक

शिवसेना नेता सुनील प्रभु का कहना है कि बाकी विधायक बुधवार-गुरुवार तक मुंबई पहुंचेंगे. उन्होंने दावा किया कि सीएम उद्धव ठाकरे की 8 जून को औरंगाबाद में सभा होनी है, जिसके चलते मराठवाड़ा के विधायक वहां तैयारियों में जुटे हैं, इसलिए मीटिंग में नहीं आ सके. 

इन दलों की स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी महाविकास अघाड़ी का हिस्सा है, मगर उनके दोनों विधायक बैठक में नहीं आए. साथ ही बहुजन विकास अघाड़ी का सरकार को बाहर से समर्थन है, लेकिन अभी ये तय नहीं हुआ है कि वह MVA के उम्मीदवार को वोट करेंगे या नहीं. इसी तरह प्रहार जनशक्ति पार्टी से बच्चू कड़ू MVA सरकार में मंत्री हैं. उसके बावजूद उनके दोनों विधायक बैठक से नदारद थे.

Advertisement

ओवैसी ने एमवीए को बात करने का ऑफर दिया

अब सबकी नजरें इस बात पर भी टिकी हैं कि क्या शिवसेना AIMIM का समर्थन लेगी. क्योंकि असुद्ददीन ओवैसी ने लातूर की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि अगर MVA को उनका समर्थन चाहिए तो हमसे बातचीत करें. लेकिन शिवसेना की तरफ से अब तक पहल नहीं की गई है. 

कांग्रेस समेत अन्य दलों के विधायकों को होटल भेजा गया

दरअसल, राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक उम्मीदवार को 42 वोटों की जरूरत है. ऐसे में MVA सरकार के सामने शिवसेना का चौथा उम्मीदवार जिताने की बड़ी चुनौती है. इसीलिए मीटिंग के बाद शिवसेना के सभी विधायकों को ट्राइडेंट होटल में रखा गया है. वहीं कांग्रेस और एनसीपी के विधायक पवई के वेस्ट इन होटल में रहेंगे. जहां से उन्हें सीधे 10 जून को वोटिंग के दिन विधिमंडल में ले जाया जाएगा. 

बीजेपी नहीं खोल रही पूरी तरह पत्ते

इधर, बीजेपी ने अभी अपने पूरे पत्ते नहीं खोले हैं. पार्टी अपना तीसरा उम्मीदवार जिताने के लिए पर्याप्त वोट होने का दावा कर रही है. बीजेपी ने भी अपने 106 विधायकों के साथ 7 समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायकों को मुंबई बुलाया है. उन्हें दो दिन तक मुंबई के ताज प्रेजिडेंसी होटल में रखा जाएगा. भाजपा नेता गिरीश महाजन ने मंगलवार को हितेंद्र ठाकुर से मुलाकात कर उनका समर्थन मांगा. ठाकुर के बहुजन विकास अघाड़ी के तीन विधायक हैं और वह एनसीपी प्रमुख शरद पवार के समर्थक के तौर पर जाने जाते हैं. 

Advertisement

सपा ने कहा- पहले एजेंडा क्लीयर करें उद्धव ठाकरे

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के विधायक रईस शेख ने शिवसेना के हिंदुत्ववादी और सेक्युलर रवैये पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है. उन्होंने इस संबंध में सीएम को पत्र लिखा है. शेख ने शिवसेना नेता अनिल परब से मुलाकात भी की है.

अनिल परब ने कहा कि एमवीए सरकार को समर्थन देने वाले सभी दलों के साथ बातचीत की जा रही है, चाहे वह एआईएमआईएम और समाजवादी पार्टी हो. बता दें कि सदन में एआईएमआईएम और एसपी के दो-दो विधायक हैं.

हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं: सपा

शेख ने कहा- पिछले ढाई साल में सरकार ने क्या किया है? अल्पसंख्यक आयोग और हज समिति का अब तक गठन नहीं हुआ है. शेख से पूछा गया कि क्या सपा एमवीए के साथ है. इस पर उन्होंने कहा- हम एमवीए के साथ हैं, लेकिन मांगों को ध्यान में रखा जाए.

तो जीत सकता है शिवसेना का दूसरा उम्मीदवार...

288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में छोटे दलों के पास 16 विधायक हैं. जबकि निर्दलीय की संख्या 13 है. एक विधानसभा सीट खाली पड़ी है. दो राकांपा विधायक (अनिल देशमुख और नवाब मलिक) जेल में हैं. भाजपा के पास दो सीटें जीतने के लिए पर्याप्त वोट (106 विधायक) हैं, जबकि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस एक-एक सीट जीत सकती है. शिवसेना के 55, राकांपा के 53 और कांग्रेस के 44 एमएलए हैं. माना जा रहा है कि एमवीए के सभी घटक एकजुट हो जाएं तो शिवसेना के दूसरे उम्मीदवार की जीत के लिए पर्याप्त वोट हैं. 

Advertisement

ये प्रत्याशी मैदान में...

कुल छह सीटों के लिए सात उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. भाजपा के तीन उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महादिक को उतारा है. शिवसेना के दो संजय राउत और संजय पवार और एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस इमरान प्रतापगढ़ी उम्मीदवार हैं. छठवीं सीट पर मुकाबला भाजपा के धनंजय महादिक और शिवसेना के संजय पवार के बीच होगा.
 

Advertisement
Advertisement