मुंबई में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के दूसरे दिन इंडिया आर्टरी इंडिया के फाउंडर और जाने-माने स्टोरी टेलर अरविंद विजय मोहन शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने ब्रांड मार्केट और यंग जनरेशन को लेकर बातचीत की. उन्होंने बताया कि वो जो स्टोरी सुनाते हैं, वो कैसे तैयार करते हैं.
अरविंद ने कहा कि हर कमरे में एक सुंदर कहानी छिपी होती है. मैं हमेशा क्या, कब, कैसे और क्यों का जवाब खोजता हूं, ये चीजें हमेशा मेरे दिमाग में बनी रहती हैं, जिससे एक अच्छी स्टोरी निकलकर आती है. मैं कई चीजों को लेकर हमेशा उत्सुक रहता हूं.
उन्होंने बताया कि अगर उनके पास ब्रांड और एक कोई पुरानी चीज (फैशनेबल) को चुनने में कहा जाएगा तो वह दोनों ही चुनेंगे क्योंकि ब्रांड को बनाया जाता है, जबकि उस चीज को पहचान नहीं मिली है.
इस दौरान अरविंद विजय मोहन ने सब्बेसाची और रॉयल इनफील्ड जैसे बड़े ब्रांड का हवाला देते हुए कहा कि इन दोनों ब्रांड्स का विदेशों तक में बड़ा नाम है. मार्केट के बारे में बताते हुए कहा कि मार्केट दो तरह का होता है- एक लग्जरी मार्केट और दूसरा नॉर्मल मार्केट.
जब उनसे पूछा गया कि अगर आपके अकाउंट में पैसे हों तो आप क्या करेंगे. इसको लेकर उन्होंने कहा कि मैं लॉजिकल पर्सन नहीं हूं. अगर मेरे पास पैसे होते हैं तो मैं हमेशा दिल की सुनता हूं, दिमाग की नहीं. मैं सबसे पहले ट्रेवलिंग करता हूं. उन्होंने कहा, बहुत अच्छे ब्रांड कभी भी ज्यादा प्रचार नहीं करते हैं. वो इंतजार करते हैं कि लोग उन्हें समझ सकें. इसके लिए उन्होंने येलो फरारी का जिक्र किया कि लोग उसे लेने के लिए लाइन में लगे रहते हैं.