महाराष्ट्र (Maharashtra) में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने कहर बरपाया है. नांदेड़ जिले में बाढ़ के कारण आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि मुंबई में करीब 300 मिमी की रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को बताया कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 12 से 14 लाख एकड़ में फसलों पर बुरा असर हुआ है. मुंबई में मीठी नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई और 400 से 500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
मुंबई में भारी बारिश के कारण मीठी नदी खतरे के निशान तक पहुंच गई. कुर्ला, चुनाभट्टी, और वसई जैसे इलाकों में भारी जलजमाव हो गया. वसई के मधुबन सोसाइटी में कारें तैरती नजर आईं, और सड़कों पर पांच से साढ़े पांच फीट तक पानी जमा हो गया.
बीएमसी ने जलजमाव को दूर करने के लिए दिन-रात काम किया. पिछले चार दिनों में, 6 पंपिंग स्टेशनों के जरिए 1645 करोड़ लीटर से ज्यादा पानी पंप किया गया. यह तुलसी झील की भंडारण क्षमता से दोगुने से भी ज्यादा है.

मुंबई एयरपोर्ट प्रभावित...
मुंबई में भारी बारिश के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी ऑपरेशन प्रभावित हुआ. करीब आठ फ्लाइट्स को अहमदाबाद, सूरत और हैदराबाद जैसे नजदीकी एयरपोर्ट्स पर डायवर्ट किया गया, जबकि कई अन्य फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं. एयर इंडिया और इंडिगो जैसी एयरलाइंस ने यात्रियों को उड़ान की स्थिति की जांच करने की सलाह दी.

पुणे में बाढ़ का अलर्ट...
पुणे में मंगलवार को भारी बारिश के बाद खड़कवासला बांध से पानी छोड़ा गया, जिससे मुठा नदी के आसपास के इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया. सिंचाई विभाग के मुताबिक, बांध से 19,334 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसे बाद में बढ़ाकर 25,626 क्यूसेक कर दिया गया. जिला कलेक्टर जितेंद्र दूदी ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की, क्योंकि मौसम विभाग ने पुणे के घाट क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.

राहत और बचाव कार्य जारी...
मुंबई में फंसे हुए यात्रियों के लिए विद्याविहार स्टेशन पर भोजन और पानी की व्यवस्था की गई. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि प्रभावित लोगों को वित्तीय सहायता देने के लिए जिला कलेक्टरों को अधिकार दिए गए हैं.