पाकिस्तान में आतंक के खिलाफ भारतीय सेना द्वारा चलाए जा रहे 'ऑपरेशन सिंदूर' और छत्तीसगढ़ के माओवादी क्षेत्रों में जारी 'ऑपरेशन कगार' की आलोचना करना केरल के एक पत्रकार को महंगा पड़ गया. नागपुर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर केरल निवासी पत्रकार और छात्र कार्यकर्ता रेजाज एम शिबा सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है.
दरइसल, रेजाज पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर सेना की कार्रवाई को 'मानवता के विरुद्ध हमला' बताया और केंद्र सरकार की नीतियों की तीव्र आलोचना करते हुए ऐसी पोस्ट की जो देशद्रोह और सामाजिक विद्वेष फैलाने वाली मानी गई. नागपुर पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंगल ने बताया कि रेजाज द्वारा इंस्टाग्राम पर किए गए पोस्ट्स से देश की सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए हैं और उसका कंटेंट भारत विरोधी मानसिकता को बढ़ावा देता है.
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रेजाज को नागपुर के लकड़गंज थाना क्षेत्र स्थित मारवाड़ी चौक के एक होटल से गिरफ्तार किया गया, जहां वह ईशा कुमारी नाम की महिला मित्र के साथ पिछले तीन दिनों से रुका हुआ था. पुलिस ने उसके कमरे से 10 आपत्तिजनक किताबें, प्रतिबंधित माओवादी साहित्य और डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं. जांच में यह भी सामने आया कि गिरफ्तारी से पहले वह एक बंदूक की दुकान में गया था और वहां तस्वीर खिंचवाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी, जिससे उसकी गतिविधियों पर शक और गहरा हो गया.
ATS और केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं जांच
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रेजाज पहले से ही खुफिया एजेंसियों के रडार पर था और अब उसकी माओवादी और आतंकवादी संगठनों से संभावित कनेक्शन की जांच ATS और केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं. उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 5 दिन की पुलिस कस्टडी (PCR) में भेज दिया गया है. पुलिस उसकी महिला मित्र ईशा कुमारी से भी पूछताछ कर रही है. हालांकि, अब तक उसके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है. इस पूरे प्रकरण को सुरक्षा एजेंसियां देश की आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील मान रही हैं.