महाराष्ट्र के बीड में जूता बेचने वाले एक शख्स पर एक समूह ने अचानक हमला कर दिया. हमलावरों ने खुद को गौ रक्षक बताकर उस पर गाय चोरी का झूठा आरोप लगाया. पुलिस ने पीड़ित के शिकायत पर मामले में 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. इसके बाद पुलिस ने देर रात चार लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया.
पुलिस के मुताबिक, 28 वर्षीय व्यापारी पर हमला गुरुवार की रात करीब 12:15 बजे हुआ. पीड़ित मोहम्मद हाजेक बीड शहर के मसरत नगर का रहने वाला है. वह अपने घर के पास पान खाने गया था और पान खाने के बाद अपनी मंगेतर से फोन पर बात करते घर लौट रहा था. तभी उसने देखा कि एक तेज रफ्तार वाहन ने गाय को टक्कर मार दी और भाग गया.
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समलैंगिक होने का आरोप लगाकर की पिटाई
हालांकि, उसने वाहन की तस्वीर लेने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहा और इसके बजाय उसने घायल गाय की तस्वीर खींची और उसे फोन पर अपनी मंगेतर को भेज दिया. इसके तुरंत बाद जब वह घर जा रहा था, तो कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से लैस होकर खुद को गौ रक्षक बताया और उस पर समलैंगिक होने का झूठा आरोप लगाकर लाठी-डंडों से पिटाई कर दी.
इसके बाद उसकी आवाज सुनकर उसके घरवाले आ गए और उसे समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. फिलहाल, मोहम्मद हजेक निजी अस्पताल में अपनी चोटों का इलाज करवा रहा है. वहीं, मोहम्मद हजेक की शिकायत के बाद बीड शहर थाने में 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
मामले में पुलिस ने कही ये बात
बीड शहर थाने के इंस्पेक्टर शीतलकुमार बल्लाल ने बताया कि हमलावरों ने गलती से सोचा कि पीड़ित गाय का ट्रांसपोर्टर है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी एक गाय चोरी होने की सूचना मिली थी, जिससे भीड़ का शक और बढ़ गया होगा. ऐसा लगता है कि हमला तब हुआ जब हजेक ने घायल गाय की तस्वीर खींची, जिससे भीड़ को गलत लगा कि वह मवेशियों के व्यापार में शामिल है.
4 आरोपी गिरफ्तार
एफआईआर में नामजद आठ लोगों में से पुलिस ने अब तक चार को गिरफ्तार किया है, जिमसें मंदार देशपांडे (30), ओमकार लांडे (23), अनिल घोडके (26), और रोहित लोलगे (20) सभी बीड से हैं. सभी को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया. बीड शहर की पुलिस ने संदिग्धों पर भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.