मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. इस आरोप के बाद महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है. पूर्व पुलिस कमिश्नर ने सीएम उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाते हुए कहा है कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वाजे से 100 करोड़ रुपये हर महीने कलेक्ट करने को कहा था. पूर्व कमिश्नर के इन आरोपों के बाद भारतीय जनता पार्टी अनिल देशमुख का इस्तीफा मांग रही है. रविवार को सुबह 11.30 बजे के करीब दादर पूर्व (रेलवे स्टेशन) में स्वामीनारायण मंदिर के पास बीजेपी ने प्रदर्शन कार्यक्रम रखा है. यहां पर बीजेपी कार्यकर्ता इकट्ठा होंगे और गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन करेंगे.
इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री के खिलाफ गंभीर आरोपों की केंद्रीय सरकारी एजेंसियों द्वारा विस्तृत जांच की मांग करते हैं. यदि केंद्र सरकार इससे सहमत नहीं है तो अदालत की निगरानी में जांच की जानी चाहिए. पत्र में लगाए गए आरोपों को देखते हुए गृह मंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए या सीएम को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए.
वहीं बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर के बयान के मुताबिक मुंबई में जबरन वसूली चल रही थी और सचिन वाजे गृह मंत्री के एजेंट थे. बियर बार से लेकर अन्य जगहों से पैसे वसूले जा रहे थे. अनिल देशमुख को अब हटा दिया जाना चाहिए.
बीजेपी के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने भी अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की है. राज ठाकरे ने मराठी में ट्वीट किया, 'मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी विस्फोटक है. इससे महाराष्ट्र की छवि धूमिल हुई है. गृह मंत्री अनिल देशमुख को तत्काल अपना इस्तीफा सौंपने की जरूरत है और इसकी गहन जांच भी की जानी चाहिए.'
क्या है मामला?
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने एक चिट्ठी लिखकर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर बेहद गंभीर और सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर परमबीर सिंह ने दावा किया है कि एंटीलिया केस में गिरफ्तार असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे को अनिल देशमुख ने हर महीने 100 करोड़ रुपये की उगाही करने के लिए कहा था. परमबीर सिंह की इस चिट्ठी से महाराष्ट्र की सियासत में नया विवाद खड़ा हो गया है.
पत्र में आरोप लगाया गया है कि एंटीलिया केस में गिरफ्तार निलंबित असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे को अनिल देशमुख ने वसूली करने को कहा था. परमबीर सिंह ने आरोप लगाया है कि अनिल देशमुख की तरफ से सचिन वाजे को कहा गया था कि वो 100 करोड़ रुपये हर महीने उगाही करें.
इस पत्र में परमबीर सिंह ने कहा है कि क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट की जिम्मेदारी संभालने वाले सचिन वाजे को गृह मंत्री ने पिछले कुछ महीनों के दौरान कई बार अपने आधिकारिक आवास पर बुलाया था. परमबीर सिंह का आरोप है कि सचिन वाजे को बार-बार गृह मंत्री के लिए पैसा इकट्ठा करने के निर्देश दिए गये थे.
वहीं, इस मसले पर अनिल देशमुख ने ट्वीट कर कहा कि परमबीर सिंह ने खुद को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए ऐसे आरोप लगाए हैं.