महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने संकेत दिया है कि कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के खिलाफ उनके विवादास्पद बयानों और एक वायरल वीडियो के कारण कार्रवाई की जाएगी, जिसने देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार की छवि को धूमिल किया है.
अजित पवार ने कहा, 'विधानमंडल में कृषि मंत्री द्वारा रमी खेलने के मामले की जांच होगी. मैंने व्यक्तिगत रूप से माणिकराव कोकाटे को सोमवार को मुझसे मिलने के लिए बुलाया है, ताकि उनका पक्ष सुना जा सके. इसके बाद मैं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ चर्चा कर उचित कार्रवाई का फैसला लूंगा.'
नासिक के सिन्नर से पांच बार विधायक रहे और अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सदस्य माणिकराव कोकाटे बार-बार विवादों के केंद्र में रहे हैं और विपक्षी दलों तथा यहां तक कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के सदस्यों की भी आलोचना का शिकार हो रहे हैं.
वहीं, उनके लगातार सुर्खियों में रहने से उनकी विश्वसनीयता और महायुति सरकार की छवि पर सवाल उठा रहे हैं.
वीडियो सामने आने के बाद रोहित पवार समेत विपक्षी नेताओं ने कोकाटे पर किसानों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में प्रतिदिन आठ किसानों की आत्महत्या की खबरें आ रही हैं और ऐसे वक्त में कृषि मंत्री का ये व्यवहार शर्मनाक है.
उन्होंने कहा था, 'एक भिखारी भी 1 रुपये का दान नहीं लेता, लेकिन हम यहां 1 रुपये में फसल बीमा दे रहे हैं. फिर भी कुछ लोग इसका दुरुपयोग करते हैं.' इस बयान ने विपक्षी दलों और किसान संगठनों ने विरोध किया तो बाद में कोकाटे ने एक और विवादास्पद बयान में कहा, 'सरकार किसानों को 1 रुपये नहीं देती, बल्कि उनसे लेती है. तो भिखारी कौन है? सरकार भिखारी है, न कि किसान.'इस बयान पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नाराजगी जताते हुए इसे अनुचित बताया.
वहीं, कोकाटे ने सफाई देते हुए रमी वीडियो के आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि वह यूट्यूब पर सदन की कार्यवाही देख रहे थे और एक रमी विज्ञापन को स्किप करने की कोशिश कर रहे थे.
भ्रष्टाचार की बात स्वीकार करने के बाद शिवसेना (यूबीटी) की सुषमा अंधारे और कांग्रेस नेताओं ने निशाना साधा, जिन्होंने दावा किया कि इससे महायुति सरकार के अंदर व्यवस्थागत भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने भी घोटाले के मास्टरमाइंड के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
अजित पवार ने कोकाटे के विवादों से जुड़े इतिहास को स्वीकार किया है और कहा है कि उन्होंने पहले भी मंत्री को सतर्क रहने की चेतावनी दी थी. विधान परिषद के सभापति राम शिंदे ने रमी वीडियो मामले की जांच के आदेश दिए हैं और कोकाटे ने अपने खिलाफ एक साजिश होने का दावा करते हुए इसकी जांच की मांग की है. इस बीच सुप्रिया सुले और संजय राउत जैसे विपक्षी नेताओं ने कोकाटे के इस्तीफे की मांग तेज कर दी है.