अजित अनंतराव पवार (Ajit Anantrao Pawar) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र के बारामती सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. वह महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं. देवेंद्र फडणवीस सरकार में पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में ऐतिहासिक आजाद मैदान में उपमुख्मंत्री पद की शपथ ली (Maharashtra Deputy CM).
एनसीपी (एपी) के वरिष्ठ नेता अजित पवार महाराष्ट्र के 8वें उपमुख्यमंत्री रहे हैं. उन्होंने पुणे जिले के संरक्षक मंत्री का पद भी संभाला है. साथ ही, वह वित्त मंत्री भी थें. वह बारामती निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं (Ajit Pawar Ministries). अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के भतीजे हैं .
पवार का जन्म 22 जुलाई 1959 को अहमदनगर जिले के देवलाली प्रवरा में हुआ था (Ajit Pawar Born). उन्होंने देवलाली प्रवरा में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है. उनके पिता अनंतराव पवार हैं (Ajit Pawar Father).
अजित पवार ने सुनेत्रा पवार से शादी की है (Ajit Pawar Wife) और उनके दो बच्चे हैं, जिनका नाम पार्थ पवार और जय पवार है (Ajit Pawar Son).
अजित पवार पर आरोप लगते आए हैं कि, जल संसाधन मंत्री के रूप में, उन्होंने लवासा के विकास में मदद की है. महाराष्ट्र कृष्णा घाटी विकास निगम (MKVDC) ने अगस्त 2002 में लवासा को 141.15 हेक्टेयर (348.8 एकड़) पट्टे पर दिया, जिसमें वारसगांव बांध जलाशय का हिस्सा शामिल था. एमकेवीडीसी और लवासा के बीच लीज को बाजार दर से काफी कम दरों पर निष्पादित यानी एक्जिक्यूट किया गया था (Ajit Pawar Lavasa Controversy).
शरद पवार और अजित पवार की एक के बाद एक मुलाकात से दोनों नेताओं के फिर साथ आने की चर्चा छिड़ गई है. इस बीच अब अजित से मुलाकातों को लेकर शरद पवार का बयान आया है.
चाचा-भतीजे की मुलाकात पर शरद पवार की बेटी और एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि जब पार्टी नहीं टूटी थी, तब भी मैं पार्टी में नीचे के पायदान पर ही थी. शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, अजित पवार, छगन भुजबल, जयंत पाटिल जैसे नेता मेरे सीनियर ही थे, इसलिए यह मेरी प्रॉब्लम नहीं है.
पुणे में शरद पवार और अजित पवार चीनी मिलों के मुद्दे पर सार्वजनिक बैठक के बाद निजी तौर पर भी मिले, जिससे BMC चुनावों से पहले उनके फिर साथ आने की अटकलें तेज हो गई हैं. उधर उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के भी साथ आने की चर्चा है, हालांकि उद्धव खेमे ने राज ठाकरे से शिंदे का साथ छोड़ने की शर्त रखी है. ऐसे में क्या BMC चुनाव से पहले नए समीकरण बन रहे हैं.
नए समीकरण एमवीए की एकजुटता को चोट पहुंचा सकते हैं और राज्य में सत्ता के संतुलन को बदल सकते हैं. अहम सवाल यह है कि क्या उद्धव ठाकरे पिछले चुनावी मुकाबलों में अपने साथ खड़े गठबंधन को छोड़कर क्षेत्रीय पहचान पर जोर देते हुए राज ठाकरे की एमएनएस के साथ एक नया रास्ता बनाएंगे?
खडसे ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'फडणवीस ने वित्त विभाग पर नजर रखने के लिए अपने करीबी अधिकारी को आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया. फिर शिंदे को सीमित करने के लिए फंड वितरण और संरक्षक मंत्रियों की नियुक्तियों में भेदभाव किया गया. रायगढ़ में अजित पवार को मंच से बोलने का मौका नहीं मिला, जबकि शिंदे को मौका दिया गया. उन्होंने अमित शाह के मुंबई दौरे पर उनसे अकेले 15 मिनट की बैठक भी की.'
महाराष्ट्र में महायुति की सरकार है और फंड वितरण को लेकर अंदरखाने सबकुछ ठीक नहीं होने की चर्चाएं तेज हैं. इस बीच, एकनाथ शिंदे ने केंद्रीय गृह मंत्री शाह के साथ इस बैठक में वित्त विभाग से संबंधित फाइलों की मंजूरी में हो रही देरी को लेकर चिंता जताई है. दरअसल, वित्त विभाग उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पास है.
छत्रपति शिवाजी कॉलेज, सातारा में 'रयत शिक्षण संस्था' की प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता शरद पवार ने की. बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. शरद पवार ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए बताया कि संस्था द्वारा एक मासिक पत्रिका 'रयत' की शुरुआत की जाएगी, जिसमें शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, साहित्य, खेल, सामाजिक मुद्दे, कला, संस्कृति और वैश्विक विषयों पर जानकारीपूर्ण लेख प्रकाशित किए जाएंगे.
इस निर्णय के माध्यम से एकनाथ शिंदे को सशक्त बनाकर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सुनिश्चित किया है कि शिंदे का गुट फंड आवंटन और निर्णय लेने की प्रक्रिया से संतुष्ट रहे. वहीं इस कदम के जरिए सीएम ने यह भी सुनिश्चित किया है कि अजित पवार को भी नियंत्रण में रखा जा सके.
वर्तमान में महायुति सरकार उन महिलाओं को 1,500 रुपये दे रही है, जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है. चुनाव प्रचार के दौरान महायुति नेताओं ने इस राशि को बढ़ाने का वादा किया था. लेकिन महिला एवं बाल कल्याण विभाग के तहत इस योजना के लिए आवंटित बजट में अब कटौती कर दी गई है.
अजित पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि मुझे मालाओं और भगवान की मूर्तियों के साथ मुझे शुभकामनाएं देने के बजाए सार्वजनिक जीवन में लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें. इसके बाद उन्होंने बीड के संरक्षक मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने बीड जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में पहली डीपीडीसी बैठक की.
संजय राउत ने कहा, 'मैं कुणाल कामरा को लंबे समय से जानता हूं. वह हम पर इसी तरह की टिप्पणी करते थे. हालांकि, मेरा मानना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. अगर कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं है, तो उसे स्वीकार किया जाना चाहिए, अगर टिप्पणी किसी राजनीतिक विचारधारा पर है, तो उसे स्वीकार किया जाना चाहिए. यह हमारे देश के लोकतंत्र की खूबसूरती है. कुणाल कामरा के ऑफिस, स्टूडियो में तोड़फोड़ की गई, यह गुंडागर्दी है.'
भारत सरकार ने 1 अप्रैल, 2025 से प्याज निर्यात पर 20% शुल्क वापस ले लिया है. उपभोक्ता मामले विभाग के संचार पर राजस्व विभाग ने शनिवार को इसे लेकर एक अधिसूचना जारी की गई. निर्यात ड्यूटी हटाने का सर्वाधिक फायदा महाराष्ट्र के किसानों को मिलेगा.
संजय राउत ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के नेताओं का जिक्र करते हुए कहा, "हम शिवसेना छोड़ने वालों से कोई संपर्क करने की कोशिश भी नहीं करते हैं. जिस तरह से उन्होंने महाराष्ट्र को धोखा दिया और पीठ में छुरा घोंपा...हम उनके करीब भी नहीं जाएंगे."
बीजेपी सांसद नारायण राणे ने अजित पवार के मुस्लिमों वाले बयान पर पलटवार किया है. नारायण राणे ने कहा कि लगता है कि अजित पवार ने आंख देखने का धंधा शुरू किया है. वहीं, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि हमारी पार्टी का स्टैंड है कि हम धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते है, कुछ लोग गलत बयानबाजी करते है, माहौल खराब करते हैं.
अजित पवार ने कहा, 'मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि आपका भाई अजित पवार आपके साथ है. जो कोई भी हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को आंख दिखाएगा, अगर कोई भी दो समूहों के बीच झगड़ा कराने की कोशिश करेगा और कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लेगा, चाहे वह कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा, उसे माफ नहीं किया जाएगा.'
महाराष्ट्र में हलाल मीट को लेकर उठे विवाद पर डिप्टी सीएम अजित पवार ने मंत्री नितेश राणे को आड़े हाथों लिया है. नितेश राणे द्वारा हिंदुओं के लिए झटका सर्टिफाइड मटन का पोर्टल शुरू करने की घोषणा पर पवार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को लेकर ऐसे बयान नहीं देने चाहिए. VIDEO
महाराष्ट्र विधान परिषद की पांच खाली सीटों पर उपचुनाव का ऐलान हो गया. पांचों सीटों पर 27 मार्च को वोटिंग होगी और उसके बाद शाम पांच बजे से मतगणना शुरू होगी. ये पांच सीटें MLC के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई हैं. चुनाव में महायुति के तीनों दलों के बीच दावेदारों की लंबी लाइन देखी जा रही है.
महाराष्ट्र के वित्त मंत्री अजित पवार ने राज्य विधानसभा में 2025-26 के लिए 720,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया. इस बजट में पवार की सख्त वित्तीय अनुशासन की छाप नजर आई, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की लोकलुभावन योजनाओं पर कटौती की गई है. राज्य में बढ़ते कर्ज और फिस्कल डेफिसिट से निपटने के लिए ये कदम उठाए गए हैं.
Maharashtra Budget Session: महाराष्ट्र में महायुति सरकार द्वारा लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं को ₹2100 प्रति माह देने का वादा किया गया था. लेकिन राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार द्वारा पेश किए गए बजट में इस योजना के लिए अतिरिक्त राशि का प्रावधान नहीं किया गया है. इससे महिलाओं को फिलहाल ₹1500 प्रति माह ही मिलेंगे. विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है. देखिए रिपोर्ट.
महाराष्ट्र के वित्त मंत्री अजित पवार ने विधानसभा में राज्य का बजट पेश किया. लेकिन इसमें लाडकी बहिन योजना के लिए अतिरिक्त राशि का प्रावधान नहीं था. यानी, महिलाओं को फिलहाल 1,500 रुपये प्रति महीना ही मिलते रहेंगे, वादे के मुताबिक 2100 रुपये नहीं. इस पर उद्धव ठाकरे ने निशांना साधा. देखें ये वीडियो.
महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री अजित पवार ने अपना 11वां बजट पेश किया. सरकार ने 16 लाख नए रोजगार देने का दावा भी किया है. लेकिन फिलहाल सरकार वित्तीय संकट की वजह से लाडली बहना योजना की बढ़ी हुई राशि नहीं दे पाएगी. इस बजट को विपक्ष निराशाजनक बता रहा है. देखें सुपरफास्ट खबरें.