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MP: तो क्या हमीदिया अस्पताल से रेमडिसिविर इंजेक्शन चोरी हुए ही नहीं?

एडिशनल एसपी गोपाल धाकड़ ने बताया, 'इन्वेस्टिगेशन अभी जारी है इसलिए यह कहना मुश्किल है कि अगर इंजेक्शन चोरी नहीं हुए तो फिर रिपोर्ट क्यों लिखवाई गयी. अभी आगे की जांच में और तथ्य सामने आएंगे कि यह व्यूह रचना क्यों रची गयी.'

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इस मामले में अबतक करीब 2 दर्जन लोगों से पूछताछ की जा चुकी है
  • शनिवार को हमीदिया अस्पताल से करीब 850 रेमडिसिविर इंजेक्शन चोरी होने की बात सामने आई थी

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हमीदिया अस्पताल से रेमडिसिविर चोरी होने के मामले में रोज़ कुछ नई परतें खुल रही हैं. अब क्राइम ब्रांच की जांच में इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि हो सकता है रेमडिसिविर इंजेक्शन चोरी हुए ही ना हों. इसके अलावा क्राइम ब्रांच को इस बात का भी शक़ है कि हो सकता है रेमडिसिविर की हेराफेरी को छिपाने के चोरी की कहानी गढ़ी गयी हो. 

'आजतक' से बात करते हुए क्राइम ब्रांच के एडिशनल एसपी गोपाल धाकड़ ने बताया कि 'इस मामले में अबतक करीब 2 दर्जन लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. चौंकाने वाली बात यह है कि स्टोर रूम की जाली अंदर से कटी हुई मिली और स्टोर रूम के सभी ताले भी सही मिले, जैसे किसी ने चाबी से तालों को खोला और फिर उसे बंद कर दिया हो. इसके अलावा जब हमने रिकॉर्ड चेक किया तो पाया कि रेमडिसिविर के आने और जाने का रिकॉर्ड ठीक से मेंटेन नहीं किया गया है और ना ही स्टाफ इसका ठीक से जवाब दे पा रहा है.'

उन्होंने आगे कहा कि सबसे ज्यादा हैरानी इस बात की है कि जितने रेमडिसिविर इंजेक्शन चोरी होने की शिकायत लिखवाई गई है वो संदिग्ध लग रहा है क्योंकि चोरी होने के बाद रेमडिसिविर का स्टॉक कम मिलना चाहिए था, लेकिन वहां स्टॉक ज्यादा है और कई इंजेक्शन स्टोर रूम में ही मिले हैं.

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एडिशनल एसपी गोपाल धाकड़ ने बताया कि 'इन्वेस्टिगेशन अभी जारी है इसलिए यह कहना मुश्किल है कि अगर इंजेक्शन चोरी नहीं हुए तो फिर रिपोर्ट क्यों लिखवाई गयी. अभी आगे की जांच में और तथ्य सामने आएंगे कि यह व्यूह रचना क्यों रची गयी.' आपको बता दें कि शनिवार को हमीदिया अस्पताल से करीब 850 रेमडिसिविर इंजेक्शन चोरी होने के बाद हड़कंप मच गया था. 

 

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