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MP: कोरोना काल! श्मशान घाट-कब्रिस्तान में काम करने वालों को मिला लाइफ इंश्योरेंस कवर

भोपाल की सरोकार संस्था ने श्मशान घाट और कब्रिस्तानों में काम करने वाले करीब 50 श्रमिकों का 2-2 लाख रुपए का बीमा करवाया है. संस्था ने ही इसका प्रीमियम भी जमा करवाया है.

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बीमा प्रदान करते संस्था के लोग
बीमा प्रदान करते संस्था के लोग
स्टोरी हाइलाइट्स
  • श्मशान में काम करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर
  • कोरोना के संक्रमण में आने के चांसेज अधिक
  • सरोकार संस्था ने कराया बीमा

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक संस्था ने अनोखी पहल करते हुए श्मशान घाट और कब्रिस्तानों में काम करने वाले श्रमिकों का जीवन बीमा करवाया है. भोपाल की सरोकार संस्था ने श्मशान घाट और कब्रिस्तानों में काम करने वाले करीब 50 श्रमिकों का 2-2 लाख रुपए का बीमा करवाया है. संस्था ने ही इसका प्रीमियम भी जमा करवाया है.

संस्था के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी ने बताया कि भोपाल में सुभाष नगर और भदभदा विश्राम घाट के अलावा जहांगीराबाद स्थित झदा कब्रिस्तान में कोविड से मरने वालों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. यहां लकड़ी जमाने वाले, शवों को उठाकर रखने वाले और कब्र खोदने वाले 50 श्रमिक अपनी जान हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं. हमारी संस्था ने इन सभी का कुल एक करोड़ रुपए का ग्रुप जीवन बीमा कराया है जिससे सभी श्रमिकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए की सुरक्षा मिलेगी.

राहुल कोठारी ने बताया ''इससे पहले भी हमारी संस्था ने आक्सीजन की कमी को देखते हुए 40 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी कलेक्टर को सौंपे थे.'' भदभदा विश्राम घाट के सचिव ममतेश शर्मा ने बताया कि हम लोग लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे क्योंकि हम और हमारे श्रमिक संक्रमण के बेहद नज़दीक काम करते हैं. कई बार तो मृतक के परिजन ही संक्रमण के डर से शव के पास नहीं जाते ऐसे में हमारे श्रमिक ही उनका अंतिम संस्कार करते हैं. हमने सरकार से यह भी आग्रह किया है कि श्मशान घाट और कब्रिस्तानों में काम करने वाले श्रमिकों को भी फ्रंटलाइन वर्करों की तरह वैक्सीन में प्राथमिकता दी जाए. 

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