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Hurriyat Conference पर सरकार की टेढ़ी नज़र, लग सकता है बैन, जान‍िए कैसे और क्यों

Hurriyat Conference पर सरकार की टेढ़ी नज़र, लग सकता है बैन, जान‍िए कैसे और क्यों

जम्मू कश्मीर में एक्टिव अलगाववादियों के समूह हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के जल्द ही बुरे दिन आ सकते हैं. जम्मू कश्मीर में 28 वर्षों से अलगाववादियों की अगुवाई करने वाले इस संगठन पर सरकार की टेढ़ी नज़र है. ऐसी उम्मीद है कि इस संगठन के दोनों धड़ों के खिलाफ UAPA के तहत प्रतिबंध लगाया जा सकता है. ये कार्रवाई केंद्र सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस नीति के तहत हो सकती है. हुर्रियत पर जिस कार्रवाई की तलवार लटक रही है उसका एक आधार काफी दिलचस्प है. पाकिस्तान में MBBS की सीटों और दूसरी प्रोफेशनल डिग्री हासिल करने के लिए जो सीटें होती हैं, हुर्रियत नेताओं के पास उनका कोटा होता है. देखिए पूरी रिपोर्ट.

A ban under the Unlawful Activities (Prevention) Act may be imposed on both factions of the Hurriyat Conference which has been running as a political platform for the separatist movement in Jammu and Kashmir for over two decades. Watch this report to know more.

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